वाराणसी: वाराणसी के सरायनंदन खोजवां क्षेत्र में सीवर की समस्या को लेकर स्थानीय निवासियों का गुस्सा भड़क गया. और नाराज लोगों ने इलाके के पार्षद पति और जल निगम के जेई को बंधक बनाकर चक्काजाम कर दिया. जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जाम को खुलवाया. वहीं दूसरी तरफ स्थानीय निवासियों ने पार्षद को बंधक बनाए रखा. स्थानीय लोगों का कहना था कि, जब तक सीवर की समस्या से निजात नहीं मिल जाता है. तब तक हम लोग पार्षद पति को बंधक बनाए रखेंगे. लोगों का आरोप था कि, सीवर की समस्या की शिकायत जल निगम और गंगा प्रदूषण से किया गया. फिर भी समस्या का हल निकला. जिसके बाद हम लोगों ने पार्षद पति को बंधक बना लिया है.
10 दिनों से गंदगी में रह रहे सरायनंदन खोजवां के लोग: दरअसल भेलूपुर के सरायनंदन खोजवां में पिछले 10 दिनों से सीवर की समस्या के चलते लोगों का जीना दूभर है. सीवर का पानी ओवर फ्लो होने के कारण गंदा पानी पूरे इलाके में भर जा रहा है. और गंदे पानी में उतरकर लोग आने जाने को मजबूर हो रहे हैं. स्थानीय लोगों ने जिसकी शिकायत वार्ड पार्षद रीता सेठ, जल निगम एवं गंगा प्रदूषण से किया. पिछले 10 दिनों से समस्या का समाधान होता ना देख आज जनता का सब्र का बांध टूट गया. इसके बाद सुबह 9 बजे से ही रास्ते को जाम कर दिया. लोगों ने महापौर अशोक कुमार तिवारी, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और जिम्मेदार अधिकारियों की मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. इसके बाद आनन फानन में सीवर सफाई का कार्य शुरू किया गया.
समस्या का निदान नहीं निकलने पर भड़का गुस्सा: स्थानीय निवासी सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि पिछले 10 दिनों से हम लोग सीवर की समस्याओं को लेकर ऑनलाइन शिकायत किया, विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधि के पास गए लेकिन कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. जल निगम कहता है कि यह काम गंगा प्रदूषण का है. जबकि गंगा प्रदूषण का कहना है कि हमारे पास फंड नहीं है. पुलिस ने जाम खोलवा दिया लेकिन स्थानीय पार्षद पति को तब तक बंधक बनाए रखा जाएगा जब तक हमारी समस्याएं दूर नहीं हो जाएगी.
महापौर ने दिए जांच के आदेश: पार्षद पति अशोक सेठ ने बताया कि इस समस्याओं को लेकर जल निगम और गंगा प्रदूषण के पास गया था. लेकिन गंगा प्रदूषण ने फंड नहीं होने की बात कही. जबकि यह सीवर गंगा प्रदूषण के तहत आता है. वहीं पूरे मामले को लेकर महापौर अशोक कुमार तिवारी ने कहा कि, यह मामला मेरे संज्ञान में है. इसके खिलाफ जांच कराई जाएगी. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.