कोरिया: गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के जनकपुर फॉरेस्ट रेंज में 9 गौर देखे गए हैं. सभी एक साथ जनकपुर में जंगल के अंदर बनाए गए तालाब से पानी पीते हुए कैमरे में कैद हुए हैं. ये सभी बाइसन मध्यप्रदेश के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के हैं, जो गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के क्षेत्र में आकर विचरण कर रहे हैं. जनकपुर रेंजर और उनकी टीम सभी बाइसन पर नजर बनाए हुए है.
9 गौर विचरण करते जनकपुर पहुंचे : दरअसल, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है. वहां कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान से 40 गौर लाये गए हैं, जिनमे से 9 गौर विचरण करते हुए गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के जनकपुर पहुंच गए. रात में गश्त के दौरान एक गौर कैमरे में कैद हुआ है.
"मध्यप्रदेश के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से 9 गौर हमारे क्षेत्र में आकर विचरण कर रहे हैं. यह हमारे लिए अच्छी बात है." - राजाराम, रेंजर, जनकपुर फॉरेस्ट रेंज
बारनवापारा से बाइसन लाने की थी योजना : आपको बता दे गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में भी एक दर्जन गौर बारनवापारा अभ्यारण से लाने की योजना बनाई गई थी. लेकिन सरकार के बदलते ही योजना अब खटाई में पड़ गई है. पार्क में गौर को लाने, उन्हें यहां रखने के लिए बाकायदा गौर बाड़ा भी बनाया गया है. ये गौर बाड़ा रामगढ़ परिक्षेत्र में बनवाया गया है. इससे पहले 200 से ज्यादा चीतल गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में लाकर छोड़े जा चुके हैं. फिलहाल, मध्यप्रदेश से आए 9 गौर को यहां की आबोहवा भा रही है. वो बीते कई दिनों से यहीं विचरण कर रहे हैं.
गौर को भा रही जनकपुर की आबोहवा : साल 2019 में एक गौर अकेला गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के सोनहत रेंज में देखने को मिलता था. कई बार ट्रैप कैमरे में वह कैद भी हो चुका है. जिसके बाद वह अपने परिवार को यहां लेकर आया है. कई बार गौर के साथ उसके बछड़े और मादा गौर भी देखी गई है. अब उनके अलावा 9 गौर पार्क के जनकपुर में देखे जाने से पार्क के अधिकारी बेहद खुश नजर आ रहे हैं.