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राधा स्वामी सत्संग ब्यास के भोटा चैरिटेबल अस्पताल का मामला, विंटर सेशन के पहले दिन आएगा बिल - BHOTA HOSPITAL LAND TRANSFER

भोटा चैरिटेबल अस्पताल मामले में सीएम सुक्खू की अगुवाई में शिमला में आयोजित हाई लेवल मीटिंग संपन्न हो गई. डिटेल में पढ़ें खबर...

भोटा चैरिटेबल अस्पताल लैंड ट्रांसफर केस
भोटा चैरिटेबल अस्पताल लैंड ट्रांसफर केस (फाइल)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 1, 2024, 6:55 PM IST

Updated : Dec 1, 2024, 7:29 PM IST

शिमला: राधा स्वामी सत्संग ब्यास के भोटा चैरिटेबल अस्पताल के मामले पर सुखविंदर सिंह सरकार विंटर सेशन के पहले दिन बिल पेश करेगी. इस बात का फैसला शिमला में सीएम सुक्खू की अगुवाई में आयोजित हाई लेवल मीटिंग में लिया गया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने अपने आधिकारिक आवास ओक ओवर शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के मामले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी. सीएम सुक्खू ने इस बैठक में संबंधित अफसरों को संशोधन विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने के निर्देश दिए.

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा को राहत प्रदान करने के साथ ही अस्पताल को कार्यशील रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है ताकि आसपास के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार धर्मशाला में 18 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश करेगी. उन्होंने संशोधन विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने व इसे मंत्रिमण्डल की आगामी बैठक में लाने के निर्देश दिए.

सीएम ने कहा सरकार ने शुरू में संगठन को राहत देने के लिए अध्यादेश लाने पर विचार किया था, लेकिन विधानसभा सत्र के जल्द ही आयोजित होने के कारण संशोधन विधेयक पेश करना अधिक उपयुक्त है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चैरिटेबल अस्पताल भोटा की भूमि से संबंधित मामला करीब एक दशक से अनसुलझा है. भाजपा के कार्यकाल के दौरान भी साल 2019 में इस मामले पर चर्चा हुई थी.

राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने तत्कालीन भाजपा सरकार से राहत की मांग भी की थी. अब फिर से मामला उठा है. इस बैठक में विधायक सुरेश कुमार और कमलेश ठाकुर, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, महाधिवक्ता अनूप रतन और विधि सचिव शरद कुमार लगवाल मौजूद थे. इस फैसले के बाद भोटा के स्थानीय लोग भी राहत महसूस करेंगे.

ये है मामला

डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न अथवा ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए. इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा

शिमला: राधा स्वामी सत्संग ब्यास के भोटा चैरिटेबल अस्पताल के मामले पर सुखविंदर सिंह सरकार विंटर सेशन के पहले दिन बिल पेश करेगी. इस बात का फैसला शिमला में सीएम सुक्खू की अगुवाई में आयोजित हाई लेवल मीटिंग में लिया गया. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने अपने आधिकारिक आवास ओक ओवर शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के मामले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी. सीएम सुक्खू ने इस बैठक में संबंधित अफसरों को संशोधन विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने के निर्देश दिए.

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा को राहत प्रदान करने के साथ ही अस्पताल को कार्यशील रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है ताकि आसपास के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार धर्मशाला में 18 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश करेगी. उन्होंने संशोधन विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने व इसे मंत्रिमण्डल की आगामी बैठक में लाने के निर्देश दिए.

सीएम ने कहा सरकार ने शुरू में संगठन को राहत देने के लिए अध्यादेश लाने पर विचार किया था, लेकिन विधानसभा सत्र के जल्द ही आयोजित होने के कारण संशोधन विधेयक पेश करना अधिक उपयुक्त है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चैरिटेबल अस्पताल भोटा की भूमि से संबंधित मामला करीब एक दशक से अनसुलझा है. भाजपा के कार्यकाल के दौरान भी साल 2019 में इस मामले पर चर्चा हुई थी.

राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने तत्कालीन भाजपा सरकार से राहत की मांग भी की थी. अब फिर से मामला उठा है. इस बैठक में विधायक सुरेश कुमार और कमलेश ठाकुर, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, महाधिवक्ता अनूप रतन और विधि सचिव शरद कुमार लगवाल मौजूद थे. इस फैसले के बाद भोटा के स्थानीय लोग भी राहत महसूस करेंगे.

ये है मामला

डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न अथवा ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए. इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा

Last Updated : Dec 1, 2024, 7:29 PM IST
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