शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले 16 महीने के कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उद्योगों का प्रदेश से पलायन हो गया है. जिससे इन उद्योगों में काम करने वाले युवा बेरोजगार हो गए हैं. सरकार ने प्रदेश में ऐसा माहौल खड़ा कर दिया है, जिससे कोई भी उद्योगपति उद्योग लगाने को तैयार नहीं है और जो उद्योग चल रहे हैं, वो भी छोड़ कर जा रहे हैं. यह आरोप पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने शिमला में सुक्खू सरकार पर लगाए हैं.
'हिमाचल से हो रहा उद्योगों का पलायन'
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क जैसी बड़ी सौगात दी, लेकिन सुक्खू सरकार ने उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया है. इससे हजारों युवाओं को रोजगार मिल सकता था. वर्तमान सरकार की उद्योग नीति सही नहीं है. जिसके कारण हिमाचल से उद्योगों का पलायन हो रहा है. पूर्व भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का गला घोटने का कार्य इस सरकार ने किया है. आज स्थिति यह है कि मुख्यंमत्री स्वाबलंबन योजना को इस सरकार ने समाप्त कर दिया है और 200 करोड़ रूपये की देनदारी लंबित हैं. जिसमें ऊना जिले के 150 के लगभग केसिस पेंडिंग पड़े हैं.
'प्रदेश में डर, माफिया राज, गुंडागर्दी का माहौल'
बिक्रम सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 16 महीने के अंदर हिमाचल प्रदेश में खासकर बद्दी और नालागढ़ में माफियाराज पनपा है. हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेताओं ने केवल और केवल स्क्रैप के नाम पर इंडस्ट्रीज को सिर्फ डराया और धमकाया है. जिसके कारण हिमाचल प्रदेश में इंडस्ट्री पलायन हुई है. प्रदेश में डर, माफिया राज, गुंडागर्दी का माहौल है.
ये भी पढ़ें: "कंगना एक अच्छी अभिनेत्री, लेकिन जयराम ठाकुर फ्लॉप डायरेक्टर, फिल्म कहां से होगी हिट"