भोपाल। भोपाल जिला प्रशासन द्वारा शहर में दूसरी बार कलेक्टर गाइडलाइन के तहत जमीनों के रेट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए कलेक्टर ने बैठक कर ली है. पंजीयन विभाग ने भी जिला प्रशासन को उन क्षेत्रों की सूची सौंपा दी है, जहां जमीनों के दाम बढ़ाया जाना प्रस्तावित है. दो दिन का समय दावे-आपत्तियों के लिए दिया गया. बुधवार को आखिरी बैठक के बाद इसे लागू किया जाना था. लेकिन इससे पहले ही भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने अड़ंगा लगा दिया.
भोपाल सांसद ने की वित्त मंत्री देवड़ा से मुलाकात
दरअसल, बुधवार दोपहर को जनप्रतिनिधियों और कलेक्टर की बैठक के बाद कलेक्टर गाइडलाइन के तहत करीब 243 लोकेशन पर जमीनों के भाव बढ़ने थे. लेकिन इससे पहले बुधवार सुबह सांसद आलोक शर्मा प्रदेश के डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा से मिलने पहुंच गए. उन्होंने बिना जनप्रतिनिधियों के चर्चा किए भोपाल में कलेक्टर गाइड लाइन की दर बढ़ाने पर रोक लगाने की मांग की.
आलोक शर्मा बोले - भोपाल सांसद से नहीं की चर्चा
आलोक शर्मा ने बताया "उन्होंने वित्त मंत्री देवड़ा से निवदेन किया है कि शहर के विकास से संबंधित यदि कोई प्रस्ताव आता है तो पहले इसकी चर्चा जनप्रतिनिधियों से करनी चाहिए. लेकिन भोपाल में कलेक्टर गाइडलाइन के रेट बढ़ाने को लेकर भोपाल सांसद और विधायकों से चर्चा नहीं की गई. इसमें वित्त मंत्री ने भी सहमति दी है." शर्मा का कहना है "जनता की जबावदेही हम लोगों की है. मैं भोपाल का सांसद हूं. जनता ने हमें चुनकर पहुंचाया है. भोपाल के महापौर, विधायक, मंत्री सबके साथ बैठकर भोपाल और जनता के हित में जो निर्णय होगा. उस निर्णय की ओर सरकार आगे बढ़ेगी."
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लोगों के पास रजिस्ट्री और स्टांप के पैसे नहीं
शर्मा ने कहा "भोपाल की 243 लोकेशन पर प्रापर्टी के रेट जो 5 से लेकर 200 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है, उसमें जनप्रतिनिधियों से चर्चा नहीं हुई." आलोक शर्मा ने कलेक्टर गाइड लाइन के तहत दूसरी बार जमीनों के रेट बढ़ाने को लेकर आपत्ति ली है. सांसद आलोक शर्मा ने कहा "भोपाल में लगातार हर साल जमीनों के रेट बढ़ते जा रहे हैं. इतने रेट बढ़ गए हैं कि लोग रजिस्ट्री नहीं करा पा रहे हैं. स्टांप शुल्क चुकाने के पैसे भी नहीं हैं. जिनके पास पैसा उतना पैसा नहीं आखिर कहां जाएं. ऐसा देश में कही नहीं है, प्रदेश के अन्य जिलों में भी नहीं है तो फिर भोपाल में इतने दाम क्यों बढ़ा रहे हो."