भोपाल। टाइगर स्टेट के बाद मध्यप्रदेश को लेपर्ड स्टेट का भी दर्जा मिल गया है. तेंदुओं की गिनती में मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 3907 तेंदुए पाए गए हैं. पिछले बार के मुकाबले प्रदेश में 486 तेंदुए बढ़ गए हैं. केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भारत में तेंदुए की गणना के आंकड़े जारी किए हैं. देश में कुल 13 हजार 874 तेंदुए हैं, जिसमें से मध्यप्रदेश नंबर एक पर है. मध्यप्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र और तीसरे पर कर्नाटक है. देश के तीन टाइगर रिजर्व में तेंदुओं की संख्या सबसे ज्यादा है, इसमें से 2 सतपुड़ा और पन्ना मध्यप्रदेश के हैं.
किस राज्य में कितने हैं तेंदुए
केन्द्रीय मंत्री द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा तेंदुए 3907 मध्यप्रदेश में हैं. 2018 की गणना के दौरान प्रदेश में 3421 तेंदुए थे, जो अब 486 बढ़कर 3907 हो गए हैं. देश में सबसे कम तेंदुओं की संख्या अरूणाचल प्रदेश में 42 है. देश में पिछले पांच सालों में 1022 तेंदुओं की संख्या बढ़ी है. मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु में जहां तेंदुए बढ़े हैं, वहीं छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, बिहार, तेलंगाना में इनकी संख्या कम हुई है.
कहां कितने तेंदुए
मध्यप्रदेश - 3907 तेंदुए
महाराष्ट्र - 1985 तेंदुए
कर्नाटक - 1879 तेंदुए
तमिलनाडु - 1070 तेंदुए
छतीसगढ़ - 722 तेंदुए
राजस्थान - 721 तेंदुए
उत्तराखंड - 652 तेंदुए
केरल - 570 तेंदुए
आंध्रप्रदेश - 569 तेंदुए
ओडिशा - 568 तेंदुए
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प्रदेश के दो टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा तेंदुए
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा तेंदुए आंध्रप्रदेश के श्रीषैलम में नागार्जुन में हैं. इसके बाद मध्यप्रदेश के 6 टाइगर रिजर्व में से पन्ना और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में तेंदुओं की संख्या सबसे ज्यादा है. बाकी के कान्हा, बांधवगढ़, संजय डुबरी, पेंच में भी तेंदुओं की अच्छी संख्या हैं. यहां तक कि राजधानी भोपाल के आसपास तक तेंदुए दिखाई दे जाते हैं.