भोपाल: पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी की आखिरकार बीजेपी में वापिसी हो ही गई. पिछली बार उनकी वापिसी होते-होते रह गई थी. गुरुवार को उन्होंने केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बुधनी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की सदस्यता ली. खास बात ये है कि जब दीपक जोशी ने बीजेपी छोड़ी थी तब उनके निशाने पर सबसे ज्यादा शिवराज सिंह चौहान ही थे और अब शिवराज ने ही उनकी पार्टी में वापिसी कराई है. ईटीवी भारत से बातचीत में दीपक जोशी ने कहा कि "मैं तो सुबह का भूला हूं शाम को घर लौट आया."
दीपक जोशी ने ली बीजेपी की सदस्यता
8 महीने पहले बीजेपी मुख्यालय तक आते-आते लौट गए दीपक जोशी अब व्हाया बुधनी बीजेपी के मुख्यालय पहुंचेंगे. पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है. केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें बुधनी के नांदनेर इलाके में बीजेपी की सदस्यता दिलाई. बीजेपी से नाराज होकर जब दीपक जोशी ने पार्टी छोड़ी थी उस समय उन्होंने सबसे ज्यादा शिवराज सिंह चौहान पर ही निशाना साधा था और अपनी पत्नी की कोरोना में हुई मृत्यु को लेकर भी लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे. फिर उसके बाद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने तक दीपक जोशी के निशाने पर शिवराज सिंह चौहान ही रहे. लेकिन हैरत की बात है कि शिवराज सिंह चौहान ने ही बुधनी में उनकी बीजेपी में वापिसी करवाई.
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8 महीने पहले कहां अटकी थी वापिसी
अपने पिता कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर कांग्रेस में शामिल हुए दीपक जोशी इस दौरान खातेगांव सीट से चुनाव भी लड़ चुके थे. लेकिन उसके बाद उन्हें कांग्रेस रास नहीं आई. 8 महीने पहले भी उनकी बीजेपी में वापिसी का माहौल बना था लेकिन एन वक्त पर सहमति नहीं बनी और उनकी वापिसी नहीं हो सकी. अबकि बार उन्हीं शिवराज सिंह चौहान के जरिए उनको बीजेपी में रास्ता मिला जिनसे नाराज होकर वे कांग्रेस में गए थे. इसके पहले शिवराज और दीपक जोशी की एक दूसरे का हाथ थामे नाचती हुई तस्वीरें भी आई थीं.