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जीतू पटवारी ने भी मान लिया बीजेपी के हो चुके कमलनाथ! जानिए कैसे - jitu patwari press conference

Jitu Patwari on Kamal Nath: मध्य प्रदेश के पूर्व कमलनाथ के भाजपा ज्वाइन करने की खबरों के बीच पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का बयान सामने आया है. आप भी जानिये जीतू पटवारी ने क्या कहा-

jitu patwari on kamal nath joining bjp
कमलनाथ के भाजपा ज्वाइन पर बोले जीतू पटवारी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 17, 2024, 6:04 PM IST

कमलनाथ के भाजपा ज्वाइन पर बोले जीतू पटवारी

भोपाल। तो सच्चाई जुबान पर आ जाती है चाहे किसी तरीके से आए. कमलनाथ के दिल्ली में मीडिया को दिए बयान के ठीक बाद भोपाल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी जब मीडिया से मुखातिब हुए तो उनके बयान ने ही ये पुष्टि कर दी कि कमलनाथ बीजेपी में जा रहे हैं. कमलनाथ से जुड़ी मीडिया के सवालों की झड़ी के बाद जीतू पटवारी ने कहा कि ''जो मैं बात आपसे कर रहा हूं मैं मानता हूं कि उस कांग्रेस के प्राचीन विचारधारा के इतिहास के मद्देनजर कर रहा हूं, जिसको कमलनाथ जी ने आत्मसात किया था.'' जीतू पटवारी के बयान की आखिरी लाईन के बड़े मायने हैं उन्होने कहा कि कमलनाथ ने उस विचारधारा को आत्मसात किया था. तो क्या वे अब उस विचारधारा से आगे बढ़ चुके हैं.

जीतू ने कहा-मेरी सुबह भी कमलनाथ से बात हुई

जीतू पटवारी ने मीडिया को बताया कि ''उनकी आज सुबह भी कमलनाथ से बात हुई और कल रात भी हुई थी.'' उन्होंने कहा कि ''जो मैं बातें आपसे कर रहा हूं मैं मानता हूं कि कांग्रेस के उस प्राचीन विचारधारा के मद्देनजर कर रहा हूं जिसे कमलनाथ ने आत्मसात किया था.'' जीतू मीडिया को ये आश्वस्त करने की कोशिश करते दिखे कि कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की सारी बातें अफवाह हैं. हांलाकि इस दौरान सच का एक अंश उनकी अपनी जुबान से निकल गया.

क्यों याद दिलाई जीतू ने संजय गांधी-कमलनाथ की जोड़ी

जीतू पटवारी ने कहा कि ''दो दिन से कमलनाथ लेकर बहुत सारी अफवाहे हैं. सत्तर के दशक में एक जोड़ी बहुत फेमस हुई थी. इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और कमलनाथ की जोड़ी. तब से लेकर आज तक कांग्रेस की विचारधारा सोनिया गांधी, राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के सबके साथ एक परिवार जैसा व्यवहार अपनत्व और भरोसे की भावना अगर कहीं देखने को मिलती है तो इसी दो परिवारों के बीच मिलती है. 1980 में जब कमलनाथ चुनाव लड़े तो इंदिरा गांधी ने आम सभा में ये भावना रखी कि ये मेरा तीसरा बेटा है.''

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क्या इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा कांग्रेस छोड़ सकता है

जीतू पटवारी ने आगे कहा कि ''उससे आगे बढ़कर 45 साल की कमलनाथ की राजनीतिक यात्रा में पिछले सात साल से वे कांग्रेस के पक्ष में निडरता से काम करते रहे. मुझे ज्ञात है वो पल वो समय, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार गिराई थी और तब हर एक कार्यकर्ता कमलनाथ के विचार के साथ खड़ा था.'' उन्होंने कहा कि ''क्या इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा पार्टी छोड़ सकता है. सिंधिया जब जा रहे थे, तब हम डंडे खा रहे थे. हम सब कमलनाथ के साथ खड़े थे, क्या ऐसे कमलनाथ कांग्रेस छोड़कर जा सकते हैं.''

कमलनाथ के भाजपा ज्वाइन पर बोले जीतू पटवारी

भोपाल। तो सच्चाई जुबान पर आ जाती है चाहे किसी तरीके से आए. कमलनाथ के दिल्ली में मीडिया को दिए बयान के ठीक बाद भोपाल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी जब मीडिया से मुखातिब हुए तो उनके बयान ने ही ये पुष्टि कर दी कि कमलनाथ बीजेपी में जा रहे हैं. कमलनाथ से जुड़ी मीडिया के सवालों की झड़ी के बाद जीतू पटवारी ने कहा कि ''जो मैं बात आपसे कर रहा हूं मैं मानता हूं कि उस कांग्रेस के प्राचीन विचारधारा के इतिहास के मद्देनजर कर रहा हूं, जिसको कमलनाथ जी ने आत्मसात किया था.'' जीतू पटवारी के बयान की आखिरी लाईन के बड़े मायने हैं उन्होने कहा कि कमलनाथ ने उस विचारधारा को आत्मसात किया था. तो क्या वे अब उस विचारधारा से आगे बढ़ चुके हैं.

जीतू ने कहा-मेरी सुबह भी कमलनाथ से बात हुई

जीतू पटवारी ने मीडिया को बताया कि ''उनकी आज सुबह भी कमलनाथ से बात हुई और कल रात भी हुई थी.'' उन्होंने कहा कि ''जो मैं बातें आपसे कर रहा हूं मैं मानता हूं कि कांग्रेस के उस प्राचीन विचारधारा के मद्देनजर कर रहा हूं जिसे कमलनाथ ने आत्मसात किया था.'' जीतू मीडिया को ये आश्वस्त करने की कोशिश करते दिखे कि कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की सारी बातें अफवाह हैं. हांलाकि इस दौरान सच का एक अंश उनकी अपनी जुबान से निकल गया.

क्यों याद दिलाई जीतू ने संजय गांधी-कमलनाथ की जोड़ी

जीतू पटवारी ने कहा कि ''दो दिन से कमलनाथ लेकर बहुत सारी अफवाहे हैं. सत्तर के दशक में एक जोड़ी बहुत फेमस हुई थी. इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और कमलनाथ की जोड़ी. तब से लेकर आज तक कांग्रेस की विचारधारा सोनिया गांधी, राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के सबके साथ एक परिवार जैसा व्यवहार अपनत्व और भरोसे की भावना अगर कहीं देखने को मिलती है तो इसी दो परिवारों के बीच मिलती है. 1980 में जब कमलनाथ चुनाव लड़े तो इंदिरा गांधी ने आम सभा में ये भावना रखी कि ये मेरा तीसरा बेटा है.''

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