जगदलपुर: बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले के कोसारटेडा सिंचाई जलाशय में ईको-टूरिज्म रिसॉर्ट का भूमिपूजन शनिवार को किया गया. इस भूमिपूजन में छत्तीसगढ़ के वनमंत्री केदार कश्यप भी मौजूद थे. जानकारी के मुताबिक 3 करोड़ 51 लाख रुपए की लागत से इस खास प्रोजेक्ट के जरिए यहां पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा.
ईको टूरिज्म के जरिए किया जाएगा विकसित: इस बारे में वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा, "आज कोसारटेड़ा में 3 करोड़ से अधिक की लागत से ईको टूरिस्म का भूमिपूजन किया गया. यहां पहुंचने वाले पर्यटकों की सुविधाओं की दृष्टि से यह आधारशिला रखी गई है. बस्तर में अपार संभावना है. छत्तीसगढ़ में भी ईको टूरिज्म बोर्ड गठन की दृष्टि से पूरे क्षेत्र को ईको टूरिज्म के जरिये विकसित किया जाएगा. ताकि पर्यटन स्थल में लोग आए और अपना समय व्यतीत करें. इस दृष्टि से कार्य योजना तैयार है."
"यह रिसॉर्ट करीब 5-6 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद इसका शुभारंभ होगा. यह पर्यटन की दृष्टि से एक नया आयाम है. इसके शुरू होने से स्थानीय महिला स्व सहायता समूह और युवाओं को काफी लाभ होगा. नए नए रोजगार के कार्य होंगे." -विजय दयाराम, बस्तर कलेक्टर
युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर: कोसारटेडा जलाशय क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का फायदा स्थानीय किसानों को पहले से मिल रहा था. लेकिन अब इस जलाशय को जिले के पर्यटन नक्शे में भी जोड़ने का काम किया जा रहा है. जिले में कोसारटेडा जलाशय से सिंचाई सुविधा के साथ-साथ अब ईको-टूरिज्म हब के निर्माण से यहां के महिला स्व सहायता समूह और ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. इस खास प्रोजेक्ट के तहत मुख्य द्वार, टो वॉल, अप्रोच रोड का दोहरीकरण, और प्रशासनिक भवन के जीर्णोद्धार का काम किया जाएगा.