रोहतास: पिछले कई दिनों से चुनाव प्रचार में जुटे भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार और फेमस सिंगर पवन सिंह आज काराकाट लोकसभा सीट के लिए नोमिनेशन फाइल करेंगे. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लोगों से सहयोग और आशीर्वाद देने की अपील की है. आज वह डेहरी में जनसभा को भी संबोधित करेंगे.
नामांकन के बाद रैली को संबोधित करेंगे: पवन सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर काराकाट लोकसभा सीट के लिए पर्चा भरेंगे. इसके बाद वह रोहतास जिले के डेहरी में अखोढ़िगोला स्थित प्रेम नगर हाई स्कूल मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट शेयर कर लोगों से रैली में आने की भी अपील भी की.
"मेरे प्रिय काराकाट लोकसभा क्षेत्रवासियों, 9 मई को आप सभी के सहयोग एवं आशीर्वाद से, मैं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करने जा रहा हूं. इस अवसर पर विशाल नामांकन सभा का आयोजन भी 'प्रेमनगर हाई स्कूल मैदान, अखोढ़िगोला, डेहरी' में किया जा रहा है. आप सभी सादर आमंत्रित हैं. कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर मेरा हौसला बढ़ाएं तथा अपना समर्थन प्रदान करें."- पवन सिंह, निर्दलीय कैंडिडेट, काराकाट लोकसभा सीट
बीजेपी की मनुहार-फटकार बेकार: पवन सिंह अभी भी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं, ऐसे में एनडीए कैंडिडेट के खिलाफ चुनाव लड़ने के ऐलान से बीजेपी पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं. हालांकि उन्होंने मनाने से लेकर चेताने तक की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं माने. मनोज तिवारी ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की थी, जबकि आरके सिंह ने चेतावनी दी थी कि अगर पवन सिंह चुनाव लड़ेंगे तो एक्शन होगा.
पहले आसनसोल से मिला था टिकट: पवन सिंह को पहले आसनसोल से बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया था लेकिन अगले ही दिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देकर टिकट वापस कर दिया. उसके कुछ ही दिनों बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हर हाल में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. बाद के दिनों में उन्होंने काराकाट से लड़ने की घोषणा की और मैदान में उतर गए.
काराकाट में किसका खेल बिगाड़ेंगे?: कुशवाहा बहुल काराकाट लोकसभा सीट से एनडीए की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा उम्मीदवार हैं, जबकि राजाराम सिंह कुशवाहा महागठबंधन के प्रत्याशी हैं. ऐसे में पवन सिंह के चुनावी मैदान में उतरने के कारण मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. भोजपुरी अभिनेता राजपूत समाज से आते हैं, जो एनडीए और बीजेपी का कोर वोट बैंक माना जाता है. ऐसे में उनकी उम्मीदवारी से उपेंद्र कुशवाहा की परेशानी बढ़ सकती है. 1 जून के आखिरी चरण के तहत वहां वोट डाले जाएंगे.
ये भी पढ़ें:
'मैं भी बिहार का बेटा हूं, कोई पाकिस्तान से नहीं आया' पवन सिंह का आरके सिंह को जवाब - PAWAN SINGH