भिवानी: हरियाणा की भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट लंबे वक्त से स्वर्गीय चौधरी बंसीलाल और उनके परिवार का गढ़ माना जाता है. ये संसदीय क्षेत्र राजस्थान सीमा से सटा हुआ है. इस सीट में तीन जिलों के 9 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिनमें भिवानी, चरखी दादरी, बाढ़ड़ा, तोशाम, लोहारु, अटेली, महेंद्रगढ़, नारनौल और नांगल चौधरी शामिल हैं. ये एक ग्रामीण संसदीय क्षेत्र है. इस संसदीय क्षेत्र की साक्षरता 76.45 प्रतिशत है.
आमने-सामने ये दिग्गज: साल 2008 से पहले भिवानी और महेंद्रगढ़ अलग-अलग लोकसभा क्षेत्र हुआ करते थे. 2008 के परिसीमन के बाद भिवानी-महेंद्रगढ़ एक संयुक्त संसदीय क्षेत्र है. भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी ने सांसद धर्मबीर सिंह पर एक बार फिर से भरोसा जताया है. साल 2014 और 2019 से धर्मबीर सिंह बीजेपी की टिकट पर यहां से सांसद चुने गए हैं. कांग्रेस ने उसके सामने राव दान सिंह को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है.
बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला: हर बार की तरह इस बार भी मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है. जननायक जनता पार्टी ने इस सीट से बहादुर सिंह को टिकट दिया है. यादव जाति से संबंध रखने वाले बहादुर सिंह पहले इनेलो में थे. इन्होंने साल 2009 का चुनाव इनेलो की टिकट पर भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा से लड़ा था. तब ये बीजेपी उम्मीदवार से हारकर दूसरे स्थान पर रहे थे.
इसके अलावा इनेलो व राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी ने अपने साझा उम्मीदवार सुभाष परमार को बनाया है. जो राजपूत जाति से संबंध रखते हैं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने सेवानिवृत्त कमांडर सुनील शर्मा को यहां से टिकट दिया है. जो ब्राह्मण समुदाय से संबंध रखते हैं. ओवरऑल मतदाताओं की बात करें तो इस सीट पर सामान्य मतदाता 45.8 प्रतिशत हैं. अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या 18.2 प्रतिशत तथा पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की संख्या 36 प्रतिशत है.
भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर 2019 के परिणामों की बात करें, तो इस संसदीय क्षेत्र में 6वें चरण के तहत 12 मई को कुल 70.34 प्रतिशत मतदान हुआ था. इसमें भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर सिंह को 63.56 प्रतिशत मत मिले थे. उन्हें कुल 7 लाख 36 हजार 699 मत प्राप्त हुए थे. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार श्रुति चौधरी को 4 लाख 44 हजार 463 मतों से हराया था. उनकी प्रतिद्वंदी कांग्रेस की श्रुति चौधरी को 25.21 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे. उन्हें कुल 2 लाख 92 हजार 236 मत मिले थे. तीसरे स्थान पर जननायक जनता पार्टी की स्वाति यादव रही थी. जिन्हें 7.33 प्रतिशत मत मिले थे. उन्हें 84 हजार 956 मत प्राप्त हुए थे.