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बीएचईएल में हुई चोरी का खुलासा, स्कॉर्पियो के साथ दबोचे गये 4 आरोपी, 14 बोरे धातु की सिल्लियां भी बरामद - BHEL theft exposed - BHEL THEFT EXPOSED

BHEL theft exposed, 4 accused arrested in BHEL theft, Theft in BHEL बीएचईएल में हुई चोरी मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही चोरी का माल भी बरामद किया गया है. पुलिस ने बताया आरोपी महंगे शौक रखते थे. जिसके कारण वे चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे.

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बीएचईएल में हुई चोरी का खुलासा (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 28, 2024, 3:21 PM IST

हरिद्वार: बीएचईएल हरिद्वार में हुई एक करोड़ की चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने चोरी का खुलासा किया. उन्होंने बताया इस मामले में चोरी का सामान बरामद कर लिया गया है. साथ ही स्कॉर्पियो सवार 4 आरोपी भी दबोचे गये हैं. चार में से तीन आरोपी यूपी के रहने वाले हैं. एक आरोपी हरिद्वार का रहने वाला है.

हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया 22 अगस्त को बीएचईएल के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक उमेश प्रसाद ने एक प्रार्थना पत्र दिया. जिसमें बीएचईएल परिसर से सामग्री चोरी करने की सूचना दी गई. जिसके बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसके लिए कोतवाली रानीपुर की विशेष पुलिस टीम गठित की गई. सर्विलांस इनपुट जुटाये गये. इसकी जिम्मेदारी सीआईयू हरिद्वार को दी गई.

गठित टीम ने लगातार विभिन्न एंगल से प्रकरण की जांच करते हुए घटनास्थल एवं उसके आसपास से चोरी के संभावित समय के दौरान के साक्ष्य संग्रहित किये. सात ही मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया. संदिग्धों की आवाजाही पर भी नजर रखी गई. चेकिंग अभियान को तेज किया गया. इसी बीचकोतवाली रानीपुर रेगुलेटर पुल व डबल पुलिया के बीच सलेमपुर की तरफ से आ ही एक संदिग्ध काली स्कॉर्पियो रोकने का इशारा किया गया. स्कॉर्पियो चालक ने तेजी से गाड़ी मोड़कर भागने की कोशिश की. पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए गाड़ी को घेर लिया. गाड़ी रुकने पर पुलिस टीम ने वाहन की तलाशी ली. चालक सुशील व अन्य संदिग्ध शानू, सुन्दर व मोहन से पीछे डिग्गी में रखे बोरों के बारे में पूछा. जिस पर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला.

चोरी का पचास फीसदी सामान बरामद: गाड़ी खोलकर देखने पर कुल 14 बोरों में चमकीली धातु के बार/ सिल्लियां व धातुओं का भारी गला हुआ कबाड़ बरामद हुआ. जिसके बाद चारों संदिग्ध से सख्ती से पूछताछ की गई. जिसमें ज्ञात हुआ कि आरोपी सुशील, मोहन व सुंदर ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर पिछले महीने बीएचईएल स्टोर से चोरी की थी. जिसमें से आधी सिल्लियां उन्होंने शानू को दी हैं. पहले बेचे हुए माल से मिली रकम से ही उन्होंने स्कॉर्पियों खरीदी. बाकी कबाड़ को बेचने के लिए आरोपी शानू के मुज्जफ्फरनगर जा रहे थे.

तीन आरोपी यूपी, एक हरिद्वार का निवासी: एसएसपी ने बताया स्कॉर्पियो से बरामद दोनों प्रकार के माल का कुल वजन लगभग 768 किग्रा है. यह चोरी किए गए सामान का करीब 50% है. आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है. आरोपियों की पहचान सुशील पुत्र इसम सिंह, निवासी पठानपुरा थाना झिझांणा जनपद शामली, यूपी, तोह मोहन पुत्र ब्रहमनाथ कश्यप, निवासी दीनारपुर भगवानपुर चौक नागल सहारनपुर, यूपी, सुन्दर पुत्र बाबूराम सिंह जाटव, निवासी पट्टी खादर थाना मण्डी धनोरा अमरोहा, यूपी, शाहनवाज उर्फ शानू कबाडी पुत्र मोबिन निवासी मोहल्ला चौहानान थाना ज्वालापुर, हरिद्वार के रूप में हुई है. एसएसपी ने बताया आरोपी महंगे शौक रखने के कारण चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे.


भेल से नाले के रास्ते बाहर आता था माल: चोरों ने पूछताछ में बताया कई दिन रेकी करने के बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया. एसएसपी ने बताया कई दिन तक उन्होंने माल चोरी करने के बाद आसपास जंगल में छुपा कर रखा. इसके बाद भेल से लीडो क्लब के पास बाहर निकलने वाले नाले के रास्ते से चोरी का माल खींच कर बाहर लाये. यहां से कबाड़ी ने अपनी गाड़ी में माल ज्वालापुर ले जाकर ठिकाने लगाया. इसके बाद मुजफ्फरनगर के कबाड़ी इंतजार को चोरी का माल बेचा गया.

पढे़ं- BHEL के कारखाने से एक करोड़ का सामान हुआ पार, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल - Goods Theft in BHEL

हरिद्वार: बीएचईएल हरिद्वार में हुई एक करोड़ की चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने चोरी का खुलासा किया. उन्होंने बताया इस मामले में चोरी का सामान बरामद कर लिया गया है. साथ ही स्कॉर्पियो सवार 4 आरोपी भी दबोचे गये हैं. चार में से तीन आरोपी यूपी के रहने वाले हैं. एक आरोपी हरिद्वार का रहने वाला है.

हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया 22 अगस्त को बीएचईएल के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक उमेश प्रसाद ने एक प्रार्थना पत्र दिया. जिसमें बीएचईएल परिसर से सामग्री चोरी करने की सूचना दी गई. जिसके बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसके लिए कोतवाली रानीपुर की विशेष पुलिस टीम गठित की गई. सर्विलांस इनपुट जुटाये गये. इसकी जिम्मेदारी सीआईयू हरिद्वार को दी गई.

गठित टीम ने लगातार विभिन्न एंगल से प्रकरण की जांच करते हुए घटनास्थल एवं उसके आसपास से चोरी के संभावित समय के दौरान के साक्ष्य संग्रहित किये. सात ही मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया. संदिग्धों की आवाजाही पर भी नजर रखी गई. चेकिंग अभियान को तेज किया गया. इसी बीचकोतवाली रानीपुर रेगुलेटर पुल व डबल पुलिया के बीच सलेमपुर की तरफ से आ ही एक संदिग्ध काली स्कॉर्पियो रोकने का इशारा किया गया. स्कॉर्पियो चालक ने तेजी से गाड़ी मोड़कर भागने की कोशिश की. पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए गाड़ी को घेर लिया. गाड़ी रुकने पर पुलिस टीम ने वाहन की तलाशी ली. चालक सुशील व अन्य संदिग्ध शानू, सुन्दर व मोहन से पीछे डिग्गी में रखे बोरों के बारे में पूछा. जिस पर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला.

चोरी का पचास फीसदी सामान बरामद: गाड़ी खोलकर देखने पर कुल 14 बोरों में चमकीली धातु के बार/ सिल्लियां व धातुओं का भारी गला हुआ कबाड़ बरामद हुआ. जिसके बाद चारों संदिग्ध से सख्ती से पूछताछ की गई. जिसमें ज्ञात हुआ कि आरोपी सुशील, मोहन व सुंदर ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर पिछले महीने बीएचईएल स्टोर से चोरी की थी. जिसमें से आधी सिल्लियां उन्होंने शानू को दी हैं. पहले बेचे हुए माल से मिली रकम से ही उन्होंने स्कॉर्पियों खरीदी. बाकी कबाड़ को बेचने के लिए आरोपी शानू के मुज्जफ्फरनगर जा रहे थे.

तीन आरोपी यूपी, एक हरिद्वार का निवासी: एसएसपी ने बताया स्कॉर्पियो से बरामद दोनों प्रकार के माल का कुल वजन लगभग 768 किग्रा है. यह चोरी किए गए सामान का करीब 50% है. आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है. आरोपियों की पहचान सुशील पुत्र इसम सिंह, निवासी पठानपुरा थाना झिझांणा जनपद शामली, यूपी, तोह मोहन पुत्र ब्रहमनाथ कश्यप, निवासी दीनारपुर भगवानपुर चौक नागल सहारनपुर, यूपी, सुन्दर पुत्र बाबूराम सिंह जाटव, निवासी पट्टी खादर थाना मण्डी धनोरा अमरोहा, यूपी, शाहनवाज उर्फ शानू कबाडी पुत्र मोबिन निवासी मोहल्ला चौहानान थाना ज्वालापुर, हरिद्वार के रूप में हुई है. एसएसपी ने बताया आरोपी महंगे शौक रखने के कारण चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे.


भेल से नाले के रास्ते बाहर आता था माल: चोरों ने पूछताछ में बताया कई दिन रेकी करने के बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया. एसएसपी ने बताया कई दिन तक उन्होंने माल चोरी करने के बाद आसपास जंगल में छुपा कर रखा. इसके बाद भेल से लीडो क्लब के पास बाहर निकलने वाले नाले के रास्ते से चोरी का माल खींच कर बाहर लाये. यहां से कबाड़ी ने अपनी गाड़ी में माल ज्वालापुर ले जाकर ठिकाने लगाया. इसके बाद मुजफ्फरनगर के कबाड़ी इंतजार को चोरी का माल बेचा गया.

पढे़ं- BHEL के कारखाने से एक करोड़ का सामान हुआ पार, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल - Goods Theft in BHEL

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