मेरठ : पंजाब बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ता हाईवे पर ट्रैक्टर श्रृंखला बनाएंगे. मेरठ जिले में भी भाकियू ने जिले में अलग-अलग जगह पर प्रदर्शन की तैयारी की है.
विरोध प्रदर्शन करने के निर्णय : भाकियू ने सोमवार को एमएसपी समेत पंजाब में बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में हाईवे पर ट्रैक्टरों के माध्यम से विरोध प्रदर्शन के ऐलान किया हुआ है. इसके लिए मेरठ में भी भारतीय किसान यूनियन ने अलग-अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करने के निर्णय लिया है. मेरठ के भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि मेरठ जिले में यूनियन के कार्यकर्ता और किसान एनएच 58, मोहद्दीनपुर, सकौती, कैलाशी अस्पताल मवाना क्षेत्र में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ हाईवे पर पहुंचेंगे और हाईवे पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचकर विरोध दर्ज कराएंगे.
बैठक में तय की गई थी 26 फरवरी की तारीख : गौरतलब है कि इस बारे में पिछले सप्ताह 22 फरवरी को किसान संगठनों की एक मीटिंग हुई थी जिसमें 26 फरवरी की तारीख तय की गई थी. इस बारे में पहले ही यह भी तय किया जा चुका है कि नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे के नजदीकी गांवों के किसान इस ट्रैक्टर मार्च में शामिल होंगे. इसके अलावा जगह-जगह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) के पुतले भी फूंकने का भी निर्णय लिया गया है. राकेश टिकैत पूर्व में ही इस बारे में ऐलान कर चुके हैं कि हाईवे के किनारे पर दिल्ली की दिशा में ट्रैक्टर खड़े किए जाएंगे. वहीं, दूसरी तरफ का हाईवे जनता के लिए खुला छोड़ने की बात भी कही गई है.
एनएच 58 पर ट्रैक्टरों की कतार : भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि एनएच 58 पर ट्रैक्टरों की कतार से हाईवे की बाई लाइन बंद की जाएगी. उन्होंने कहा कि पंजाब में आंदोलित किसानों को समर्थन एवं एमएसपी आदि की मांग को लेकर शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर ऐसा किया जाएगा. जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया भाकियू मेरठ के कार्यकर्ता मुख्य रूप से कैलाशी अस्पताल के पास एनएच 58 पर हाईवे ट्रैक्टर से पहुंचेंगे और विश्व व्यापार संगठन का पुतला फुकेंगे. हाईवे जाम का अंतिम प्वाइंट मोहद्दीनपुर पर रहेगा और शुरुआती प्वाइंट सकोती रहेगा. किसानों के प्रदर्शन को लेकर पुलिस, प्रशासन भी पहले से ही अलर्ट है. किसानों ने टोल पर भी प्रदर्शन की तैयारी की हुई है. किसानों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली और उत्तराखंड आने-जाने वाले लोगों को मुश्किल का सामना कर पड़ सकता है.
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