ETV Bharat / state

पीड़ित छात्राओं के कोर्ट पहुंचने से पहले आरोपी शिक्षक के परिजन पहुंचे उनके घर - कुड़ी भगतासनी थाना क्षेत्र

Bad Touch Case, जोधपुर के कुड़ी भगतासनी थाना क्षेत्र स्थित एक सरकारी स्कूल में छात्राओं को अशीर्वाद देने के बहाने उन्हें गलत तरीके से छूना का मामला सामने आया था. इसके बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था. वहीं, अब पीड़ित छात्राओं के कोर्ट में बयान दर्ज होने से पहले ही सूचना लीक होने का मामला सामने आया है.

Bad Touch Case
Bad Touch Case
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 21, 2024, 9:22 PM IST

जोधपुर. शहर के कुड़ी भगतासनी थाना क्षेत्र स्थित एक सरकारी स्कूल की छात्राओं को अशीर्वाद देने के बहाने उन्हें गलत तरीके से छूने वाले शिक्षक के खिलाफ कोर्ट में पीड़िताओं के बयान दर्ज होने से पहले ही सूचना लीक होने का मामला सामने आया है. पीड़ितों के कोर्ट में बयान देने से पहले ही पुलिस को स्कूल द्वारा दी गई जानकारी लीक हो गई, जिसके बाद आरोपी शिक्षक के परिजन पीड़िताओं के घर पहुंच गए. आरोप है कि पीड़िताओं व उनके परिजनों पर दबाव बनाया गया कि वे शिक्षक के खिलाफ बयान न दे.

इतना ही आरोपी शिक्षक के एक परिजन जो जालौर में जनप्र​तिनिधि हैं, उन्होंने स्कूल प्रिंसिपल को धमकाया था. पुलिस की मौजूदगी में मंगलवार को जब 10 छात्राओं को बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट ले जाया जा रहा था, तब वो स्कूल पहुंच गया. इसके बाद पुलिस भी उसी गाड़ी में छात्राओं को लेकर गई, जिसमें वो बैठा था.

इसे भी पढ़ें - उदयपुर में डायन कहकर शिक्षक ने की छात्रा से मारपीट, मामले की जांच में जुटी पुलिस

प्रिंसिपल ममता कंवर ने बताया कि एएसआई रामभरोसी के सामने आ​पत्ति जताई गई तो उन्होंने ध्यान नहीं दिया. इतना ही नहीं कोर्ट में भी वो व्यक्ति मौजूद रहा. बाल संरक्षण समिति के मार्फत कोर्ट को बताने पर उसे बाहर निकाला गया. इसको लेकर हमने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर शिकायत की है, जिसमें बताया गया कि पुलिस को पीड़ित छात्राओं के नाम पते दिए गए थे. वे आरोपी के परिजनों तक कैसे पहुंचे? इसके चलते वे उनके घर पहुंच गए. गौर करने वाली बात यह है कि स्कूल की गरिमा पेटी में बालिकाओं की सामूहिक शिकायत मिली थी, जिसमें आरोपी शिक्षक पर छेड़छाड़ करने व फोटो खिंचने का आरोप लगाया गया था. इसके बाद विभाग ने जांच के बाद आरोपी शिक्षक को निलिंबित कर दिया था.

बाल संरक्षण आयोग ने जांच अधिकारी को किया तलब : इधर, इस मामले के प्रकाश में आने के बाद बाल संरक्षण आयोग ने पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया है. साथ ही पॉक्सो में दर्ज इस तरह के मामले को आयोग ने गंभीरता से लिया हैं. ऐसे में मामले के जांच अधिकारियों को आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने जोधपुर स्थित कार्यालय पर तलब किया है. साथ ही आयोग ने निर्देश दिया है कि गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे अध्यक्ष के समक्ष वो उपस्थित हो. अगर जांच अधिकारी बदला गया तो दोनों जांच अधिकारी पहुंचे.

इसे भी पढ़ें - डेंटल स्टूडेंट किडनैपिंग केस : आरोपी का कहना है वह सिर्फ लड़की से बात करना चाहता था

एडीसीपी पहुंची जांच के लिए : पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने स्कूल प्रिंसिपल का पत्र मिलते ही मामले की जांच के लिए एडीसीपी प्रेम धनदे को निर्देशित किया. बुधवार को एडीसीपी स्कूल पहुंची. वहां छात्राओं से मिली. इसके अलावा स्कूल प्रिंसिपल से पूरी जानकारी ली. अब एडीसीपी की रिपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर अग्रिम कार्रवाई करेंगे.

जोधपुर. शहर के कुड़ी भगतासनी थाना क्षेत्र स्थित एक सरकारी स्कूल की छात्राओं को अशीर्वाद देने के बहाने उन्हें गलत तरीके से छूने वाले शिक्षक के खिलाफ कोर्ट में पीड़िताओं के बयान दर्ज होने से पहले ही सूचना लीक होने का मामला सामने आया है. पीड़ितों के कोर्ट में बयान देने से पहले ही पुलिस को स्कूल द्वारा दी गई जानकारी लीक हो गई, जिसके बाद आरोपी शिक्षक के परिजन पीड़िताओं के घर पहुंच गए. आरोप है कि पीड़िताओं व उनके परिजनों पर दबाव बनाया गया कि वे शिक्षक के खिलाफ बयान न दे.

इतना ही आरोपी शिक्षक के एक परिजन जो जालौर में जनप्र​तिनिधि हैं, उन्होंने स्कूल प्रिंसिपल को धमकाया था. पुलिस की मौजूदगी में मंगलवार को जब 10 छात्राओं को बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट ले जाया जा रहा था, तब वो स्कूल पहुंच गया. इसके बाद पुलिस भी उसी गाड़ी में छात्राओं को लेकर गई, जिसमें वो बैठा था.

इसे भी पढ़ें - उदयपुर में डायन कहकर शिक्षक ने की छात्रा से मारपीट, मामले की जांच में जुटी पुलिस

प्रिंसिपल ममता कंवर ने बताया कि एएसआई रामभरोसी के सामने आ​पत्ति जताई गई तो उन्होंने ध्यान नहीं दिया. इतना ही नहीं कोर्ट में भी वो व्यक्ति मौजूद रहा. बाल संरक्षण समिति के मार्फत कोर्ट को बताने पर उसे बाहर निकाला गया. इसको लेकर हमने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर शिकायत की है, जिसमें बताया गया कि पुलिस को पीड़ित छात्राओं के नाम पते दिए गए थे. वे आरोपी के परिजनों तक कैसे पहुंचे? इसके चलते वे उनके घर पहुंच गए. गौर करने वाली बात यह है कि स्कूल की गरिमा पेटी में बालिकाओं की सामूहिक शिकायत मिली थी, जिसमें आरोपी शिक्षक पर छेड़छाड़ करने व फोटो खिंचने का आरोप लगाया गया था. इसके बाद विभाग ने जांच के बाद आरोपी शिक्षक को निलिंबित कर दिया था.

बाल संरक्षण आयोग ने जांच अधिकारी को किया तलब : इधर, इस मामले के प्रकाश में आने के बाद बाल संरक्षण आयोग ने पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया है. साथ ही पॉक्सो में दर्ज इस तरह के मामले को आयोग ने गंभीरता से लिया हैं. ऐसे में मामले के जांच अधिकारियों को आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने जोधपुर स्थित कार्यालय पर तलब किया है. साथ ही आयोग ने निर्देश दिया है कि गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे अध्यक्ष के समक्ष वो उपस्थित हो. अगर जांच अधिकारी बदला गया तो दोनों जांच अधिकारी पहुंचे.

इसे भी पढ़ें - डेंटल स्टूडेंट किडनैपिंग केस : आरोपी का कहना है वह सिर्फ लड़की से बात करना चाहता था

एडीसीपी पहुंची जांच के लिए : पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने स्कूल प्रिंसिपल का पत्र मिलते ही मामले की जांच के लिए एडीसीपी प्रेम धनदे को निर्देशित किया. बुधवार को एडीसीपी स्कूल पहुंची. वहां छात्राओं से मिली. इसके अलावा स्कूल प्रिंसिपल से पूरी जानकारी ली. अब एडीसीपी की रिपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर अग्रिम कार्रवाई करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.