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Rajasthan: दीपावली से पहले गुरु-पुष्य का महासंयोग, इस मुहूर्त में खरीदारी करने वाले होंगे मालामाल!

दीपावली से पहले बना खरीदारी का मंगल संयोग. अगर गुरु-पुष्य महासंयोग में की खरीदारी तो हो जाएंगे मालामाल.

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दीपावली से पहले गुरु-पुष्य का महासंयोग (ETV BHARAT GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 23, 2024, 8:12 AM IST

बीकानेर : सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए मुहूर्त बेहद अहम है. इसके निर्धारण के लिए पंचांग और ग्रहों की अनुकूलता पर विचार किया जाता है. हालांकि, शुभ दिन का विचार जन्म कुंडली के आधार पर किया जाता है, लेकिन कुछ दिन विशेष ऐसे भी होते हैं, जो सभी के लिए समान रूप से शुभ फल प्रदान करने वाले होते हैं. वहीं, गुरुवार यानी 24 अक्टूबर को दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बना है. इसका हमारे धर्म शास्त्रों में बड़ा महत्व है.

हमारे देश में खरीदारी के लिए मुहूर्त और त्योहार महत्वपूर्ण होते हैं. खासतौर से दीपावली को व्यापारिक लिहाज से सबसे बड़ा सीजन माना जाता है और इस समय बाजार में अच्छी ग्राहकी होती है. दीपावली से ठीक पहले गुरुवार को पुष्य नक्षत्र है और पुष्य नक्षत्र को हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन खरीदारी करने का विशेष महत्व है. इस बार दीपावली से पहले 24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का संयोग बना है. यह हर तरह की खरीदारी के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है.

इसे भी पढ़ें - जोधपुर में दीपावली के लिए दिव्यांग बच्चे तैयार कर रहे रंगीन दीपक, लोगों से की खरीदने की अपील

बन रहे कई योग : बीकानेर के ज्योतिषाचार्य कपिल जोशी कहते हैं कि पुष्य नक्षत्र पर कई राशियों का शुभ मिलन देखने को मिल रहा है. इसके चलते कई विशेष योग बन रहे हैं, जो की शुभ माने जाते हैं. उन्होंने बताया कि कर्क राशि में मंगल और चंद्रमा की युति से ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग होने से ये दिन महत्वपूर्ण है.

27 नक्षत्र में पुष्य का बड़ा महत्व : ज्योतिषाचार्य जोशी ने बताया कि हमारी ज्योतिष व पंचांग में 27 नक्षत्र माने जाते हैं, जो हमारे जीवन पर प्रभाव डालते हैं. इन सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र सबसे बलशाली और शुभ माना गया है.

दिनभर कर सकते हैं खरीदारी : ज्योतिषचार्य कपिल जोशी ने बताया कि गुरुवार सुबह 11.38 बजे से अगले दिन दोपहर 12.35 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा, लेकिन खरीदारी का महत्व गुरुवार को ही है. ऐसे में सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग में खरीदारी से समृद्धि की प्राप्ति होगी.

इसे भी पढ़ें - किस दिन मनाई जाएगी दीपावली, ज्योतिषाचार्यों ने दूर किया कंफ्यूजन

रत्न-आभूषण में कर सकते हैं निवेश : जोशी ने बताया कि वैसे तो आदिकाल से ही पुष्य नक्षत्र का अपना एक महत्व है और इस दिन नए काम की शुरुआत होती रही है. वहीं, पिछले कुछ सालों में पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख सुविधाओं और आर्थिक संपन्नता चाहता है. ऐसे में जमीन, सोना-चांदी की इस दिन खरीदारी करनी चाहिए. माना जाता है कि इस दिन की गई खरीद अक्षय होती है. ऐसे में इस दिन किसी भी नई जगह निवेश करना भी शुभ माना जाता है.

बीकानेर : सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए मुहूर्त बेहद अहम है. इसके निर्धारण के लिए पंचांग और ग्रहों की अनुकूलता पर विचार किया जाता है. हालांकि, शुभ दिन का विचार जन्म कुंडली के आधार पर किया जाता है, लेकिन कुछ दिन विशेष ऐसे भी होते हैं, जो सभी के लिए समान रूप से शुभ फल प्रदान करने वाले होते हैं. वहीं, गुरुवार यानी 24 अक्टूबर को दीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बना है. इसका हमारे धर्म शास्त्रों में बड़ा महत्व है.

हमारे देश में खरीदारी के लिए मुहूर्त और त्योहार महत्वपूर्ण होते हैं. खासतौर से दीपावली को व्यापारिक लिहाज से सबसे बड़ा सीजन माना जाता है और इस समय बाजार में अच्छी ग्राहकी होती है. दीपावली से ठीक पहले गुरुवार को पुष्य नक्षत्र है और पुष्य नक्षत्र को हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन खरीदारी करने का विशेष महत्व है. इस बार दीपावली से पहले 24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का संयोग बना है. यह हर तरह की खरीदारी के लिए सर्वोत्तम दिन माना जाता है.

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बन रहे कई योग : बीकानेर के ज्योतिषाचार्य कपिल जोशी कहते हैं कि पुष्य नक्षत्र पर कई राशियों का शुभ मिलन देखने को मिल रहा है. इसके चलते कई विशेष योग बन रहे हैं, जो की शुभ माने जाते हैं. उन्होंने बताया कि कर्क राशि में मंगल और चंद्रमा की युति से ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग होने से ये दिन महत्वपूर्ण है.

27 नक्षत्र में पुष्य का बड़ा महत्व : ज्योतिषाचार्य जोशी ने बताया कि हमारी ज्योतिष व पंचांग में 27 नक्षत्र माने जाते हैं, जो हमारे जीवन पर प्रभाव डालते हैं. इन सभी नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र सबसे बलशाली और शुभ माना गया है.

दिनभर कर सकते हैं खरीदारी : ज्योतिषचार्य कपिल जोशी ने बताया कि गुरुवार सुबह 11.38 बजे से अगले दिन दोपहर 12.35 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा, लेकिन खरीदारी का महत्व गुरुवार को ही है. ऐसे में सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग में खरीदारी से समृद्धि की प्राप्ति होगी.

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रत्न-आभूषण में कर सकते हैं निवेश : जोशी ने बताया कि वैसे तो आदिकाल से ही पुष्य नक्षत्र का अपना एक महत्व है और इस दिन नए काम की शुरुआत होती रही है. वहीं, पिछले कुछ सालों में पुष्य नक्षत्र में खरीदारी करने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख सुविधाओं और आर्थिक संपन्नता चाहता है. ऐसे में जमीन, सोना-चांदी की इस दिन खरीदारी करनी चाहिए. माना जाता है कि इस दिन की गई खरीद अक्षय होती है. ऐसे में इस दिन किसी भी नई जगह निवेश करना भी शुभ माना जाता है.

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