उत्तरकाशी: उपराड़ी गांव में बाबा बौखनाग का विभिन्न पेड़ों की लकड़ियों को तराशकर भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है. मंदिर का निर्माण पूरा होने पर ग्रामीणों ने राज कारीगरों का विदाई समारोह आयोजित किया. जहां ढोल-दमाऊं की थाप पर नृत्य का आयोजन किया, फिर फूल मालाएं पहनाकर राज कारीगरों को विदाई दी गई.
अगस्त 2020 में शुरू हुआ था बाबा बौखनाग मंदिर का निर्माण: बता दें कि बड़कोट विकासखंड के उपराड़ी गांव में अगस्त 2020 में बाबा बौखनाग के मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था. इसके लिए ग्रामीणों ने गंगटाड़ी से पांच राज कारीगरों को मंदिर निर्माण के लिए बुलाया. इन कारीगरों ने मंदिर का निर्माण देवदार, दली, कैल, चीड़ के पेड़ की लकड़ियों से शुरू किया. नायाब नक्काशी के माध्यम से विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियों को मंदिर की लकड़ी की दीवारों पर उकेरा गया.
मंदिर निर्माण में इन्होंने किया सहयोग: स्थानीय निवासी मनोज बधानी ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने पांच लाख और जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण दो लाख की धनराशि भेंट की. अन्य धनराशि ग्रामीणों ने आपस में चंदा एकत्रित कर किया. बौखनाग मंदिर का निर्माण चार साल के बाद पूरा हुआ. जिसके निर्माण में एक करोड़ की धनराशि खर्च हुए.
उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में राज कारीगरों के साथ ग्रामीणों ने श्रमदान भी किया. अब मंदिर का निर्माण पूरा होने पर ग्रामीणों ने राज कारीगरों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में उन्हें फूल मालाओं और अन्य भेंट देकर सम्मानित किया गया. इसके साथ ही उपराड़ी गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया.
12 गांव के आराध्य देवता हैं बौखनाग: मनोज बधानी ने बताया कि बौखनाग 12 गांव के आराध्य देवता हैं. उपराड़ी में देवता का मंदिर निर्माण पूरा होने पर 11 से 13 अगस्त तक मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. वहीं, 14 अगस्त को बाबा बौखनाग देवता की देव डोली एक वर्ष के लिए इस नवनिर्मित मंदिर में विराजमान होगी.
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