कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार से उपमंडल निरमंड का सफर अब आसान होने जा रहा है. वन विभाग द्वारा उपमंडल बंजार के बठाहड़ से बशलेउ ट्रैक को दुरुस्त किया जा रहा है. इससे जहां तीर्थन घाटी में पर्यटन एक्टिविटी बढ़ेगी. वहीं, निरमंड के लोगों का भी इस ट्रैक से सफर आसान होगा. यहां पर 15 किलोमीटर का यह ट्रैक वन विभाग द्वारा ठीक किया जा रहा है. सैलानियों की सुविधा के लिए यहां पर जल्द ही ई-कार्ट भी उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि सैलानी प्राकृतिक सुंदरता का भी नजारा ले सकें. वन विभाग द्वारा इस कार्य को शुरू कर दिया गया है और इस कार्य पर 25 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है.
ब्रिटिश काल में होती थी ट्रैकिंग: डीएफओ कुल्लू एंजेल चौहान ने बताया कि उपमंडल बंजार के बठाहड़ से वाया बशलेउ जोत होते हुए निरमंड जाना काफी आसान होगा. जिसके चलते बठाहड़ से वाया बशलेउ जोत होते हुए बागा सरौहन तक ब्राइडल ट्रैक को ठीक किया जा रहा है. इस ट्रैक पर ब्रिटिश शासन के दौरान ट्रैकिंग की जाती थी और यह ट्रैक उस दौरान घोड़ों के चलने के लिए बनाया गया था. उसके बाद वन विभाग ने भी इस रूट को इस्तेमाल किया है, लेकिन बाद में यह ट्रैक उपेक्षित हो गया. अब इस ट्रैक को एक बार फिर से विकसित किया जा रहा है.
15 KM लंबे ब्राइडल ट्रैक में चलेगी ई-कार्ट: वन विभाग कुल्लू से मिली जानकारी के अनुसार बाग सरौहन से बशलेउ जोत तक ब्राइडल ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन अब बठाहड़ से बशलेउ जोत तक ब्राइडल ट्रैक तैयार करना बाकी है. बठाहड़ से करीब 4 किलोमीटर तक जीप योग्य ट्रैक बनाया जाएगा और उसके बाद बशलेउ जोत तक करीब 5 किलोमीटर तक ब्राइडल ट्रैक बनाया जाएगा. जबकि बाग सरौहन से बशलेउ जोत तक का 7 किलोमीटर ट्रैक बन चुका है. ऐसे में करीब 15 किलोमीटर लंबे इस ब्राइडल ट्रैक में सैलानी ई-कार्ट के माध्यम से सुहाने सफर का आनंद ले सकेंगे.
"बठाहड़ से बागा सरौहन के लिए वाया बशलेउ जोत होते हुए ब्राइडल ट्रैक तैयार किया जा रहा है. यहां पर भी कुल्लू के काइसधार की तर्ज पर ई-कार्ट चलाई जाएगी. जिससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी. इस पर 25 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है." - एंजेल चौहान, डीएफओ, कुल्लू
200 KM की दूरी से मिलेगी राहत: डीएफओ कुल्लू एंजेल चौहान ने बताया कि निरमंड उपमंडल के लोगों को अगर बंजार से वाया रोड निरमंड के बागा सरौहन जाना पड़े, तो यह वाया जलोड़ी पास, आनी, लुहरी, रामपुर बुशैहर, निरमंड होते हुए करीब दो सौ किलोमीटर दूर पड़ता है. वहीं, अब ब्राइडल ट्रैक बन जाने के बाद ई-कार्ट के माध्यम से यह बंजार के बठाहड़ से महज 15 किलोमीटर ही होगा. इस ट्रैक के बन जाने से बठाहड़ क्षेत्र के साथ साथ बशलेउ जोत, लाल जोगनी के साथ-साथ बागा सरौहन भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा. बागा सराहन में करीब दो सौ बीघा भूमि में मैदान फैला है जो चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा है, लेकिन अभी तक इसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित नहीं किया गया है.