बलरामपुर : रामानुजगंज में सरकार ने आदिवासी बच्चों के रहने और पढ़ाई की बेहतर व्यवस्था के लिए छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराया है. लेकिन राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले पंडो जनजाति की छात्राएं परेशान हैं. उनका आरोप है कि छात्रावास अधिक्षिका उन्हें प्रताड़ित कर रही है और हॉस्टल से निकालने की धमकी दी जा रही है. इससे परेशान छात्राओं और उनके अभिभावकों ने संभाग कमिश्नर व कलेक्टर से लिखित शिकायत की और अधिक्षिका को हटाने की मांग कर दी है.
छात्राओं का आरोप, अधिक्षिका मैडम करती हैं प्रताड़ित : प्रार्थी छात्रा उर्मिला पंडो ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, छात्रावास में खाने-पीने की समस्या है. हम लोग अधिक्षिका मैडम से मांग करते हैं तो हमें डांटती है कि तुम लोग यहां खाने-पीने और हाथी जैसे शरीर बनाने आए हो. पढ़ने लिखने नहीं आए हो. तुम लोगों का ध्यान सिर्फ खाने-पीने में है."
"अपनी समस्याओं को लेकर जब हमने प्रिंसिपल से शिकायत की तो इसी बात को लेकर मैडम हमें हॉस्टल में नहीं रख रही हैं. मैडम ने कहा कि तुम लोगों को हॉस्टल में नहीं रखूंगी, जहां जाना है जाओ." - उर्मिला पंडो, प्रार्थी छात्रा
जांच करने छात्रावास पहुंचे मंडल संयोजक : इस घटना की जांच करने हॉस्टल में पहुंचे मंडल संयोजक बूटन यादव ने जानकारी देते हुए बताया, "छात्राओं के द्वारा कलेक्टर कार्यालय में शिकायत किया गया था कि हम लोगों को छात्रावास से निकाला जा रहा है. इसी के संबंध में एसी सर ने मुझे कहा कि जाकर देखिए छात्राओं को क्यों निकाला जा रहा है. यहां आया तो पता चला कि छात्राओं को निकाला नहीं गया है. इनका नाम दर्ज है. बच्चों का कहना है कि मैडम को यहां से हटा दिया जाए."
छात्रावास अधिक्षिका पर कार्रवाई करने की मांग : छात्राओं का आरोप है कि छात्रावास में उन्हें गुणवत्ताहीन खाना दिया जाता है. जब उन्होंने प्रिंसिपल से शिकायत किया तो उन्हें हॉस्टल से निकालने की धमकी हॉस्टल अधिक्षिका निलिमा खलको ने दी. छात्राओं और परिजनों ने कमिश्नर और कलेक्टर से शिकायत करते हुए अधिक्षिका पर कार्रवाई करने की मांग की है.