रायपुर: बलौदाबाजार हिंसा मामले को लेकर एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. बलौदाबाजार की घटना सहित प्रदेश में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने 24 जुलाई को विधानसभा घेराव का ऐलान किया है. दूसरी ओर भाजपा सरकार ने भी इस मामले में लगातार कार्रवाई किए जाने की बात कही है. भाजपा सरकार के मंत्री का तो सीधा आरोप है कि बलौदाबाजार की घटना को असामाजिक तत्वों के साथ कुछ जिम्मेदार लोगों ने जानबूझकर षडयंत्र पूर्वक अंजाम दिया है.
'जानबूझकर किया गया षडयंत्र है': बलौदा बाजार की घटना को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ''बलौदाबाजार मामले में लगभग डेढ़ सौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जांच जारी है. बलौदाबाजार की घटना कहां से शुरू होती है कहां लिंक होती है और कहां जुड़ती है, यह सब बातें जांच के बाद सामने आ जाएगी.'' विजय शर्मा ने कहा कि ''यह मामला षडयंत्र पूर्वक किया गया है, जिसमें कुछ असामाजिक तत्वों के साथ कुछ जिम्मेदार लोगों ने जानबूझकर षड्यंत्र किया है.''
क्या हुआ था 15 और 16 मई की रात को: गौरतलब है कि 15 और 16 मई की रात को अज्ञात बदमाशों ने धार्मिक स्थल तोड़फोड़ की थी. इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन लोगों की गिरफ्तारी भी की. समाज विशेष के लोग इस मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच करने की मांग कर रहे थे. सरकार का दावा था कि जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. लेकिन बाद में प्रदर्शन के दौरान भीड़ में घुस आए उपद्रवियों ने एसपी और कलेक्टर कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. करीब 100 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगी दी.
देवेंद्र यादव से पूछताछ करने भिलाई पहुंची पुलिस: बलौदाबाजार हिंसा केस में पूछताछ करने के लिए आज बलौदाबाजार पुलिस भिलाई पहुंची. पुलिस टीम जब उनके निवास पर पहुंची तो पता चला कि वो अपने घर में नहीं हैं. बाद में पुलिस ने पंचनामा तैयार कर रख लिया और टीम वापस लौट गई. बलौदाबाजार पुलिस जल्द ही कांग्रेस विधायक को नोटिस देगी और उन्हे पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहेगी. पूर्व में देवेंद्र यादव पूछताछ किए जाने की बात पर ऐतराज जता चुके हैं. साथ ही हाईकोर्ट में इसके खिलाफ पिटिशन भी दायर कर चुके हैं. पुलिस ने आखिरी नोटिस पूछताछ के लिए 10 जुलाई को दी थी.