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अलवर में गर्मी की तपिश, बच्चे हो रहे हैं बीमार, ओपीडी पहुंची 600 पार - Babies affecting by heat

राजस्थान सहित पूरे उत्तर भारत में पड़ रही गर्मी का असर अलवर में दिखाई दे रहा है. यहां अस्पतालों में मरीजों की संख्या एकाएक बढ़ गई है, खासकर शिशुओं में उल्टी दस्त की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है. अलवर के शिशु चिकित्सालय के ओपीडी में मरीजों को आंकड़ा 600 पार पहुंच गया.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 20, 2024, 10:53 AM IST

Updated : May 20, 2024, 11:18 AM IST

OPD in Shishu Hospital crossed 600
अलवर में तेज गर्मी की चपेट में आ रहे​ शिशु (photo etv bharat alwar)
बीमार हो रहे हैं बच्चे (वीडियो ईटीवी भारत अलवर)

अलवर. प्रदेश में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी की चपेट में बच्चे भी आ रहे हैं. इसके चलते राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में अब ओपीडी 600 के पार पहुंचने लगी है. इन दिनों अलवर शहर का तापमान 43 पार पहुंच गया है. इसके चलते ज्यादातर बच्चों में उल्टी- दस्त की शिकायत आ रही है. अलवर के राजकीय गीतआनंद शिशु चिकित्सालय में 24 घंटे विशेषज्ञों की ड्यूटी रहती है. इसके बावजूद यहां यहां शिशुओं को लेकर आने वाले परिजनों की ओपीडी में कतार लगी रहती है.

शिशु चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महेश शर्मा ने बताया कि तेज गर्मी के चलते लू और तापाघात की समस्या ज्यादा रहती है. छोटे बच्चों के लिए दिन के समय में घर से बाहर निकलना ठीक नहीं. गर्मी में बार-बार बच्चों को पानी पिलातें रहे. यदि शिशु को उल्टी दस्त की समस्या ज्यादा है तो तुरंत प्रभाव से चिकित्सक से परामर्श लें. डॉक्टर शर्मा ने बताया कि तेज गर्मी में व्यक्ति को खानपान में ताजा भोजन का इस्तेमाल करना चाहिए. बासी खाना इस समय नहीं खाना चाहिए. इससे सेहत बिगड़ सकती है. साथ ही यदि किसी व्यक्ति को धूप में निकलना आवश्यक है तो वह समय से खाना खाकर जाए. साथ ही धूप में निकलने से पहले छतरी या कोई कपड़ा सर पर ढंककर चले.

पढ़ें: राजस्थान में तापमान पहुंचा 46 डिग्री के पार, अति तीव्र हीट वेव की चेतावनी

शिशुओं में उल्टी दस्त की समस्या ज्यादा: डॉ शर्मा ने बताया कि इन दिनों पीलिया का कोई मरीज चिकित्सालय में परामर्श के लिए नहीं आ रहा. तेज गर्मी के चलते ज्यादातर शिशुओं में उल्टी दस्त की शिकायत ही सामने आ रही है. गीतानंद शिशु के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर महेश शर्मा ने बताया कि तेज गर्मी के चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है. मरीज को यहां 24 घंटे उपचार मिलता है. उन्होंने बताया कि पेरेंट्स इस समय अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए. घर से बाहर जा रहे हैं, तो बच्चों को धूप से बचा कर निकालना चाहिए. जितना हो सके उतना दिन के समय में निकलने से बचना चाहिए. आगे आने वाले समय में तापमान बढ़ने की और भी संभावना है. इसको देखते हुए अस्पताल आने वाले माता-पिता को इस बारे में समझाया जा रहा है कि तेज गर्मी में बच्चों का ध्यान रखे. किसी भी तरह की परेशानी होने पर शिशु रोग विशेषज्ञों से परामर्श लें.

यह भी पढ़ें: दक्षिण-पश्चिम मानसून निकोबार द्वीप समूह में दी दस्तक

तेज गर्मी से सभी रहे सावधान: डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि धूप में निकलने से पहले कुछ खाकर निकले. साथ ही यदि व्यक्ति को बदहजमी हो रही है तो उसे नींबू पानी और पुदीना पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए. बाजार में कई पेय पदार्थ है, लेकिन व्यक्ति को दही, सत्तू, शिकंजी, नारियल पानी और लस्सी आदि का सेवन तेज गर्मी के समय में करना चाहिए. व्यक्ति चाय, कॉफी को छोड़ ग्रीन टी और कोल्ड कॉफी का सेवन करें साथ ही हल्का खाना खाए. साथ ही ऐसे मौसमी फल खाए. दिन में ज्यादा से ज्यादा पानी की मात्रा शरीर को लाभ होता है. जैसे तरबूज, खरबूज, ककड़ी, खीरा इनका सेवन ज्यादा से ज्यादा करें. इसके अलावा तली भुनी चीजों का परहेज करें.

बीमार हो रहे हैं बच्चे (वीडियो ईटीवी भारत अलवर)

अलवर. प्रदेश में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी की चपेट में बच्चे भी आ रहे हैं. इसके चलते राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में अब ओपीडी 600 के पार पहुंचने लगी है. इन दिनों अलवर शहर का तापमान 43 पार पहुंच गया है. इसके चलते ज्यादातर बच्चों में उल्टी- दस्त की शिकायत आ रही है. अलवर के राजकीय गीतआनंद शिशु चिकित्सालय में 24 घंटे विशेषज्ञों की ड्यूटी रहती है. इसके बावजूद यहां यहां शिशुओं को लेकर आने वाले परिजनों की ओपीडी में कतार लगी रहती है.

शिशु चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महेश शर्मा ने बताया कि तेज गर्मी के चलते लू और तापाघात की समस्या ज्यादा रहती है. छोटे बच्चों के लिए दिन के समय में घर से बाहर निकलना ठीक नहीं. गर्मी में बार-बार बच्चों को पानी पिलातें रहे. यदि शिशु को उल्टी दस्त की समस्या ज्यादा है तो तुरंत प्रभाव से चिकित्सक से परामर्श लें. डॉक्टर शर्मा ने बताया कि तेज गर्मी में व्यक्ति को खानपान में ताजा भोजन का इस्तेमाल करना चाहिए. बासी खाना इस समय नहीं खाना चाहिए. इससे सेहत बिगड़ सकती है. साथ ही यदि किसी व्यक्ति को धूप में निकलना आवश्यक है तो वह समय से खाना खाकर जाए. साथ ही धूप में निकलने से पहले छतरी या कोई कपड़ा सर पर ढंककर चले.

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शिशुओं में उल्टी दस्त की समस्या ज्यादा: डॉ शर्मा ने बताया कि इन दिनों पीलिया का कोई मरीज चिकित्सालय में परामर्श के लिए नहीं आ रहा. तेज गर्मी के चलते ज्यादातर शिशुओं में उल्टी दस्त की शिकायत ही सामने आ रही है. गीतानंद शिशु के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर महेश शर्मा ने बताया कि तेज गर्मी के चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है. मरीज को यहां 24 घंटे उपचार मिलता है. उन्होंने बताया कि पेरेंट्स इस समय अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए. घर से बाहर जा रहे हैं, तो बच्चों को धूप से बचा कर निकालना चाहिए. जितना हो सके उतना दिन के समय में निकलने से बचना चाहिए. आगे आने वाले समय में तापमान बढ़ने की और भी संभावना है. इसको देखते हुए अस्पताल आने वाले माता-पिता को इस बारे में समझाया जा रहा है कि तेज गर्मी में बच्चों का ध्यान रखे. किसी भी तरह की परेशानी होने पर शिशु रोग विशेषज्ञों से परामर्श लें.

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तेज गर्मी से सभी रहे सावधान: डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि धूप में निकलने से पहले कुछ खाकर निकले. साथ ही यदि व्यक्ति को बदहजमी हो रही है तो उसे नींबू पानी और पुदीना पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए. बाजार में कई पेय पदार्थ है, लेकिन व्यक्ति को दही, सत्तू, शिकंजी, नारियल पानी और लस्सी आदि का सेवन तेज गर्मी के समय में करना चाहिए. व्यक्ति चाय, कॉफी को छोड़ ग्रीन टी और कोल्ड कॉफी का सेवन करें साथ ही हल्का खाना खाए. साथ ही ऐसे मौसमी फल खाए. दिन में ज्यादा से ज्यादा पानी की मात्रा शरीर को लाभ होता है. जैसे तरबूज, खरबूज, ककड़ी, खीरा इनका सेवन ज्यादा से ज्यादा करें. इसके अलावा तली भुनी चीजों का परहेज करें.

Last Updated : May 20, 2024, 11:18 AM IST
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