रायपुर: छत्तीसगढ़ में जून माह से ही मानसूनी बारिश की शुरुआत हो चुकी है. बरसात के दिनों में सब्जियों में खासतौर पर किसी भी तरह के भाजियों का सेवन नहीं करना चाहिए. बारिश के दिनों को कीड़ों के प्रजनन का समय माना गया है. कीड़ों के लारवा और उसके अंश भाजियों के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंचते हैं, जो हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को बिगाड़ सकते हैं. इसका हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है. साथ ही मानसून में भाजियों के सेवन से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है. ऐसे में बारिश के दिनों में भाजियों के सेवन से बचना चाहिए. अगर भाजी खानी है तो बारिश के मौसम में भाजियों को अच्छी तरह से गर्म पानी में नमक मिलाकर धोकर ही भाजियों का सेवन करें.
जानिए क्या कहती हैं डाइटिशियन: इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव से बातचीत की. उन्होंने कहा, "बारिश का मौसम हरियाली का होता है. इस समय पर्यावरण भी काफी हरा भरा होता है. इस दौरान हरी सब्जियों के अलावा फल भी देखने को मिलते हैं. खासतौर पर बारिश के मौसम में हमें हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम की रक्षा करना भी जरूरी है. ऐसे में कोशिश करनी चाहिए कि बारिश के दिनों में भाजियों का सेवन न करें, लेकिन इस मौसम में भी अगर भाजी खाने का शौक हो आपको तो भाजी को गर्म पानी में नमक डालकर अच्छी तरह से धोने के बाद ही इन भाजियों को खाना चाहिए. नहीं तो यह हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम पर बड़ा इफेक्ट डाल सकते हैं, जिसकी वजह से हमें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी हो सकती है. ऐसे में बारिश के दिनों में भाजी खाने से बचना चाहिए."
जानिए कैसे हो सकती है परेशानी:
- बरसात के दिनों में भाजियों में मिट्टी लगा होता है.
- मिट्टी में पनपने वाला बैक्टीरिया भाजी के माध्यम से हमारे शरीर में चला जाता है.
- इसका डाइजेस्टिव सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है
- इस वजह से हमें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी शुरू हो जाती है.
- बारिश के दिनों में भाजी में नमी ज्यादा होती है.
- नमी होने के कारण फंगस डेवलप होता है.
- ये फंगस हमारे शरीर के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
- ऐसे समय में डायरिया वायरल इंफेक्शन जैसी चीजों का भी सामना हमें करना पड़ सकता है.
- ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बचने के लिए बारिश के दिनों में भाजी का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए.
नोट: यहां लिखी सारी बातें डाइटिशियन की ओर से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.