नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को शपथ लेने के कुछ दिनों बाद जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. प्रोटोकॉल के अनुसार, मुख्यमंत्री गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा के हकदार हैं. दिल्ली पुलिस एक 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा के लिए शिफ्ट में 22 कर्मियों को तैनात करती है. 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा में पीएसओ, एस्कॉर्ट और सशस्त्र गार्ड भी शामिल हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि खतरे के आकलन के बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उनकी सुरक्षा की और समीक्षा की जा सकती है.
जेड सिक्योरिटी: जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा में चार से पांच एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं. इसमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो व स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं. जेड श्रेणी के तहत, एक निजी व्यक्ति सुरक्षा कवर के लिए भुगतान करता है.
सीएम के तौर पर आसान नहीं आतिशी की राह: आतिशी दिल्ली की सबसे कम उम्र (43 वर्ष) की मुख्यमंत्री बनी है. उनके कैबिनेट में सभी मंत्री आतिशी से बड़े हैं. ऐसे में अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ तालमेल बिठाकर काम करना भी बड़ी चुनौती है. कैबिनेट मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन, जो उनसे वरिष्ठ हैं उनके साथ सामंजस्य बिठाकर काम करना होगा. साथ ही दिल्ली सरकार में कोई भी योजना हो या किसी मुद्दे पर निर्णय लेने की बात हो तो अंतिम निर्णय अरविंद केजरीवाल लेते थे. अब पार्टी के अन्य बड़े नेता अपनी बात आतिशी के समक्ष किस रूप में रखते हैं, यह भी बड़ा सवाल है.
दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री: आतिशी ने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं. राजनिवास में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम और पांच मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी.
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