नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की कोशिशें के बावजूद चाइनीज मांझा का इस्तेमाल थम नहीं रहा और लोग इसका शिकार हो रहे हैं. उत्तर पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाके दिल्ली पुलिस के एक एएसआई सहित दो लो चाइनीज मांझा के शिकार हो गए हैं.
पहली घटना यमुना विहार इलाके की है. यहां स्वतंत्रता दिवस पर ड्यूटी करके मोटरकाइकिल से घर लौट रहे दिल्ली पुलिस के एएसआइ यमुना विहार में मांझे की चपेट में आ गए. मांझे से उनका गला गहरा कट गया. घायल हालत में सुरेंद्र सिंह को यमुना विहार के सिग्नेचर नाम के निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के बाद उन्हें अस्पताल में छुट्टी दे दी गई है. बताया जा रहा है कि उन्होंने पुलिस कोई सूचना नहीं दी है. इलाज के बाद वह गौतमबुद्ध नगर स्थित असोल गांव अपने घर चले गए. सुरेंद्र यातायात पुलिस के पंजाबी बाग सर्किल में तैनात हैं.
दूसरी घटना न्यू उस्मानपुर इलाके की है. करोल बाग के आनंद पर्वत के रहने वाले 34 साल के जीन्स कारोबारी हिमांशु अपनी पत्नी के साथ स्कूटी से खजूरी खास जा रहे थे, जब वह सिगनेचर ब्रिज से गुजर रहे थे. तभी चाइनीज मांझा की चपेट में आ गए और उनका गला कट गया. उन्हें अस्पताल ले जाएगा जहां इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. डीसीपी डॉ जॉय टीर्की ने बताया कि संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
बता दें, चाइनीज मांझा की बिक्री पर लगाम लगाने और उसकी धरपकड़ के लिए अब दिल्ली पुलिस ने अभियान चलाया था. पुलिस ने शाहदरा जिले के गीता कालोनी इलाके में बीट स्टॉफ और क्रैक टीम ने चेकिंग अभियान के दौरान एक स्कूटी सवार को धरदबोच जिसके पास से मेटल-कोटेड मांझा (चीनी मांझा) की सात रील बरामद की गईं थी. डीसीपी के मुताबिक शाहदरा जिले के अलग-अलग थानों में अब तक प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की बिक्री करने वाले 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं चाइनीज मांझे की बरामदगी मामलों में कुल 17 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
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