रुद्रप्रयाग: अगस्त्य पब्लिक स्कूल जवाहरनगर-गंगानगर के पूर्व छात्र अंशुल नेगी का चयन आईआईटी दिल्ली में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में लिए होने से पूरा क्षेत्र गौरवान्वित हुआ है. अंशुल की यह सफलता तब अधिक मायने रखती है, जब उन्होंने बिना किसी कोचिंग के प्रतिष्ठित जेईई परीक्षा उत्तीर्ण की. अंशुल नेगी ने इसी वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा में 97 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया था.
अंशुल नेगी ने जेईई एग्जाम में 5 हजार रैंक लाकर दिल्ली आईआईटी में प्रवेश लिया है. वे वहां से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री लेंगे. अंशुल नेगी ने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में दूसरा स्थान पाया था. अंशुल ने बताया कि उन्होंने इंटर की पढ़ाई के साथ ही जेईई की तैयारी भी की.इंटर की परीक्षा देने के बाद जेईई मेन के पेपर हुए जिसमें उन्हें सफलता मिली. इससे उनका हौसला बढ़ा और उन्होंने एग्जाम के लिए खूब तैयारी की. जेईई एग्जाम में उन्हें पूरे भारत में 5 हजार की रैंक मिली. काउंसलिंग के बाद उन्हें दिल्ली आईआईटी में कंप्यूटर साइंस में प्रवेश मिला.
उन्होंने कहा कि सफलता केलिए कोई शॉर्ट कट नहीं होता है, बल्कि कठोर अनुशासन से पढ़ाई एवं समय का प्रबन्धन सफलता का मूल मंत्र है. अंशुल के पिता भरत सिंह नेगी सरकारी सेवा में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं और मां शारदा देवी उनके ही विद्यालय में अध्यापन का कार्य कर रही हैं. जो मूल रूप से क्यूडी खडपतियाखाल के निवासी हैं और वर्तमान में गंगानगर अगस्त्यमुनि में निवास करते हैं. माता पिता दोनों ही हमेशा उन्हें बेहतर से बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रेरित करते हैं. अंशुल की मां शारदा देवी ने बताया कि अंशुल बचपन से ही वैज्ञानिक बनकर देश सेवा का सपना रखता है.
आईआईटी दिल्ली में प्रवेश पाकर उसने अपने सपने साकार करने की ओर अपना कदम बढ़ा दिया है. अंशुल की इस सफलता पर विद्यालय के प्रबन्धक महावीर सिंह रमोला, प्रधानाचार्य सूरबीर सिंह रमोला, प्रबन्धक समिति के अध्यक्ष वीरसिंह राणा, अध्यापक अमित फर्सवाण, अमित कुमार समेत तमाम लोगों ने अंशुल की उज्जवल भविष्य की कामना की.