लक्सर: 23 दिनों से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकत्री इस बार आरपार की लड़ाई के मूड में नजर आ रही हैं. काफी प्रयास के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्री लक्सर में धरना खत्म करने को तैयार नहीं हैं. धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि न तो कोई सांसद और न ही कोई विधायक उनकी सुध लेने आया है. वो बीते 23 दिनों से अपने हकों के लिए धरने पर बैठी हुई हैं.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आरोप है कि किसी ने भी उनकी समस्या को नहीं सुना है. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनके वेतन में बढ़ोत्तरी नहीं होती और उनकी समस्याओं का निदान नहीं होता है, वो धरना खत्म नहीं करेंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि वो आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में नोटा का बटन दबाकर चुनाव का बहिष्कार करेंगी.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 में वो नोटा का बटन दबाकर मतदान भी करेंगी, लेकिन किसी को चुनेंगी नहीं. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि जो महिलाओं की न सुने वो किस काम की सरकार. एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का शोषण करती है.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि उन्हें धरने पर बैठे हुए 23 दिन हो चुके हैं, लेकिन सरकार का कोई नुमाइंदा आज तक उनके पास नहीं पहुंचा है. किसी जनप्रतिनिधि ने भी उनके संपर्क नहीं किया. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आक्रोश सातवें आसमान पर है. यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वो बड़ा आंदोलन करेंगी.
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