रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट का बहुचर्चित और बहुप्रतीक्षित उपचुनाव बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने जीत लिया है. आशा ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को आसानी से हराकर बीजेपी की सीट बरकरार रखी है. प्रतिष्ठा का प्रश्न बना केदारनाथ उपचुनाव जीतने पर बीजेपी नेताओं ने राहत की सांस ली है. दरअसल इससे पहले हुए मंगलौर और बदरीनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव बीजेपी हार गई थी.
बीजेपी की आशा नौटियाल ने जीता केदारनाथ उपचुनाव: बीजेपी की आशा नौटियाल ने केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव 5,622 वोटों से जीत लिया है. आशा को 23,814 वोट मिले. उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत 18,192 वोट ही पा सके. तीसरे नंबर पर 9311 वोटों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह रहे. ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत की हार में त्रिभुवन को मिले वोटों की अहम भूमिका रही. नोटा को 834 वोट मिले.
पहले चरण में आशा नौटियाल ने बनाई बढ़त: शनिवार 23 नवंबर की सुबह 8 बजे जैसे ही केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव की मतगणना शुरू हुई, प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गईं. जैसे ही पहले राउंड की काउंटिंग पूरी हुई, बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने बढ़त बना ली थी. चौंकाने वाली बात ये थी कि पहले राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत तीसरे नंबर पर थे. निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह आश्चर्यजनक ढंग से कांग्रेस प्रत्याशी को तीसरे नंबर पर ढकेलकर दूसरे नंबर पर चल रहे थे.
निर्दलीय त्रिभुवन सिंह ने कांग्रेस के मनोज रावत के उड़ाए होश: पहले चरण की काउंटिंग समाप्त होने तक बीजेपी की आशा नौटियाल को 1398 वोट मिल चुके थे. उन्होंने 213 वोटों की बढ़त बना ली थी. निर्दलीय त्रिभुवन सिंह 1185 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर और कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत 915 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे. पहले राउंट में यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 66, निर्दलीय आरपी सिंह को 32 और PPI (D) के प्रदीप रोशन को 26 वोट मिले थे.
दूसरे चरण में भी रहा आशा नौटियाल का दबदबा: दूसरे चरण की मतगणना पूरी हुई तो बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने अपनी लीड और मजबूत कर ली थी. उन्होंने कांग्रेस के मनोज रावत से 1,005 वोटों की लीड बना ली थी. हालांकि दूसरे चरण की काउंटिंग पूरी होने पर कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने निर्दलीय त्रिभुवन सिंह को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया था. दूसरे चरण की काउंटिंग पूरी होने पर बीजेपी की आशा नौटियाल को 3286 वोट, कांग्रेस के मनोज रावत को 2281 वोट और निर्दलीय त्रिभुवन सिंह को 2037 वोट मिले थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 121, निर्दलीय आरपी सिंह को 69 और PPI (D) के प्रदीप रोशन को 67 वोट मिले थे.
तीसरे चरण तक 1,590 वोटों से आगे थीं आशा नौटियाल: तीसरे चरण की मतगणना समाप्त होने तक बीजेपी की आशा नौटियाल अपने वोटों की संख्या 4821 पहुंचा चुकी थीं. उनकी लीड 1,590 पहुंच चुकी थी. कांग्रेस के मनोज रावत भी 3231 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर बने हुए थे. इधर निर्दलीय त्रिभुवन सिंह ने भी आश्चर्यजनक रूप से 2792 वोट पा लिए थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी 156, PPI (D) के प्रदीप रोशन 99 और निर्दलीय प्रदीप रोशन तीसरे चक्र की काउंटिंग तक 93 वोट पा सके.
चौथे चरण में निर्दलीय त्रिभुवन ने फिर कांग्रेस के मनोज रावत को पछाड़ा: चौथे चरण की काउंटिंग तक आशा नौटियाल के वोटों की संख्या 6765 हो चुकी थी. अब तक उनकी लीड 1,853 हो गई थी. चौथे चरण में एक बार फिर निर्दलीय त्रिभुवन सिंह ने कांग्रेस के मनोज रावत को पछाड़ दिया था. त्रिभुवन 4912 वोट पाकर दूसरे नंबर पर आ गए थे. कांग्रेस के मनोज रावत 4376 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर चले गए थे. उधर यूकेडी के आशुतोष भंडारी 219 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह 161 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 146 वोट पा सके.
पांचवें राउंड में आशा नौटियाल की लीड हुई 2 हजार पार: पांचवें राउंड की काउंटिंग पूरी होने तक बीजेपी की आशा नौटियाल के मतों की संख्या 8,555 हो चुकी थी. उनकी लीड बढ़कर 2,066 हो गई थी. निर्दलीय त्रिभुवन सिंह ने कांग्रेस के मनोज रावत को पीछे छोड़ा हुआ था. त्रिभुवन 6489 वोट पाकर दूसरे नंबर पर बरकरार थे. कांग्रेस के मनोज रावत 6028 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर पिछड़ रहे थे. वहीं यूकेडी के आशुतोष भंडारी 304 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह 212 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 191 वोट ही पांचवें राउंड की समाप्ति तक पा सके थे.
6वें राउंड में आशा नौटियाल ने पार किया 10 हजार का बैरियर: छठवें चरण की काउंटिंग के रिजल्ट जब आए तो बीजेपी की आशा नौटियाल अपने मतों की संख्या 10 हजार पार कर चुकी थीं. छठे राउंड की समाप्त होने तक बीजेपी की आशा नौटियाल को 10,153 वोट मिल चुके थे. उनकी लीड 2,861 हो चुकी थी. निर्दलीय त्रिभुवन सिंह इस राउंड में कांग्रेस के मनोज रावत से पिछड़ गए. उन्हें 7189 वोट मिले थे. वहीं दूसरे नंबर पर आए कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 7292 वोट मिल चुके थे. 6वें राउंड में यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 379, निर्दलीय आरपी सिंह को 253 और PPI (D) के प्रदीप रोशन को 213 वोट मिले थे.
7वें राउंड की समाप्ति पर ऐसी थी वोटों की गणित: 7वें राउंड की काउंटिंग पूरी होने तक बीजेपी की आशा नौटियाल 12069 वोट प्राप्त कर चुकी थीं. इस दौर में कांग्रेस के मनोज रावत ने भी तेजी दिखाई. उनके प्राप्त मतों की संख्या 9601 पहुंच गई. निर्दलीय त्रिभुवन सिंह तीसरे नंबर पर 7535 वोटों के साथ थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 7वें राउंड तक 450 वोट ही मिले थे. निर्दलीय आरपी सिंह को 298 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 254 वोट मिले थे.
ये रहा 8वें राउंड की समाप्ति पर हाल: 8वें चक्र की मतगणना जब संपन्न हुई तो बीजेपी की आशा नौटियाल 13,695 वोट पा चुकी थीं. कांग्रेस के मनोज रावत को कुल 10,633 वोट मिले थे. इस दौर में निर्दलीय त्रिभुवन सिंह मनोज रावत से काफी पिछड़ गए थे. उन्हें 8वें चक्र की मतगणना तक 7935 वोट मिले थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 8वें राउंड तक 513 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह को 318 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 273 वोट मिले थे.
9वें राउंड की गिनती की डिटेल: नवें राउंड की गिनती तक बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल के वोटों की संख्या 15 हजार पार कर गई थी. आशा को कुल 15,833 वोट मिल चुके थे. इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 12,566 वोट मिले थे. शुरुआती कुछ राउंड में सनसनी फैलने वाले निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह 8,471 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर काफी पीछे छूट चुके थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 9वें राउंड तक 1071 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह को 376 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 333 वोट मिले थे.
10वें राउंड तक ऐसा था गणित: 10वें राउंड की मतगणना में बीजेपी की आशा नौटियाल 18,139 वोट पा चुकी थीं. कांग्रेस के मनोज रावत 14,063 वोट हासिल कर चुके थे. निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह 8,790 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 10वें राउंड तक 1127 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह को 417 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 430 वोट मिले थे.
11वें राउंड में आशा को मिली निर्णायक बढ़त: 10वें चरण की मतगणना तक बीजेपी की आशा नौटियाल मजबूत बढ़त बना चुकी थीं. जब 11वें राउंड की काउंटिंग खत्म हुई तो उनके वोटों की संख्या 20 हजार पार करके 20,078 पहुंच गई. इस दौरान कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत 15,903 वोट ही पा सके थे. लेकिन तीसरे नंबर पर चल रहे निर्दलीय त्रिभुवन सिंह उनको नुकसान पहुंचाते हुए 9019 वोट पा चुके थे. उधर यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 11वें राउंड तक 1230 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह को 448 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 451 वोट मिले थे.
12वें राउंड में तय हो गई थी आशा की जीत: 12वें राउंड में बीजेपी की आशा नौटियाल ने अपनी लीड काफी बढ़ा ली थी. 12वें चरण की मतगणना संपन्न होने पर आशा को 22,331 वोट मिल चुके थे. कांग्रेस के मनोज रावत भी आगे बढ़ रहे थे, लेकिन शुरुआती दौर में जो कमी रह गई थी वो आशा नौटियाल के वोटों के अंतर को पाटने में कम पड़ रहे थे. मनोज रावत को 12वें राउंड की समाप्ति पर 17,440 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर निर्दलीय त्रिभुवन सिंह 9241 वोटों के साथ थे. यूकेडी के आशुतोष भंडारी को 12वें राउंड तक 1284 वोट, निर्दलीय आरपी सिंह को 481 वोट और PPI (D) के प्रदीप रोशन 471 वोट मिले थे.
5,622 वोटों से जीतीं बीजेपी की आशा नौटियाल: अब आखिरी राउंड यानी 13वें चरण की गिनती के परिणाम आने थे. जब 13वें चरण की वोटों की गिनती के परिणाम आए तो बीजेपी की आशा नौटियाल 5,622 वोटों से आगे थीं, यानी वो इतने वोटों से चुनाव जीत चुकी थीं. आशा नौटियाल को कुल 23,814 वोट मिल चुके थे. कांग्रेस के मनोज रावत 18,192 वोट ही पा सके और चुनाव हार गए.
निर्दलीय त्रिभुवन ने किया जोरदार प्रदर्शन: निर्दलीय त्रिभुवन सिंह ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 9,311 वोट पाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी का खेल बिगाड़ दिया. क्योंकि हार जीत का अंतर सिर्फ 5,622 वोटों का रहा. चौथे नंबर पर यूकेडी के आशुतोष भंडारी रहे जिन्हें 1314 वोट मिले. पांचवें नंबर पर एक और निर्दलीय आरपी सिंह 493 वोटों के साथ रहे. छठवें और अंतिम नंबर पर PPI (D) के प्रदीप रोशन 483 वोटों के साथ रहे. नोटा को 834 वोट मिले. यानी पांचवें और छठे नंबर पर रहे प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले.
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