अलीगढ़ : जिले में एक निजी विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ईटीबीटीआरएच-2024) का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में एएमयू के प्रोफेसर रिजवान हसन खान को प्रोटीन जैव रसायन और मानव स्वास्थ्य के लिए अनुकरणीय योगदान के अलावा शिक्षा व उन्नति में वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए सम्मानित किया गया. एएमयू जनसंपर्क विभाग के मुताबिक इस सम्मेलन में प्रो. खान को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया.
एएमयू जनसंपर्क विभाग के मुताबिक, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर खान ने अपने 26 वर्षों से अधिक के विशिष्ट शैक्षणिक करियर के साथ एक प्रख्यात वैज्ञानिक और शिक्षाविद के रूप में नाम कमाया है. शिक्षण और अनुसंधान दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनके 430 से अधिक लेख प्रकाशित हुए हैं. प्रोफेसर रिजवान हसन को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और मान्यताएं प्राप्त हुई हैं, जिनमें 'यूजीसी मिड-कैरियर अवार्ड' (2018), 'मालवीय मेमोरियल अवार्ड' (2020) और 'एम. विजयन लेक्चर अवार्ड' (2022) शामिल हैं.
एएमयू जनसंपर्क विभाग के मुताबिक, उनके अन्य पुरस्कारों में वीनस इंटरनेशनल फैकल्टी अवार्ड्स (2018) द्वारा 'डिस्टिंग्विश्ड फैकल्टी इन साइंस अवार्ड', वीनस इंटरनेशनल फाउंडेशन (2015) द्वारा 'डिस्टिंग्विश्ड साइंटिस्ट अवार्ड', करियर 360 (2017-18) द्वारा 'भारत के सबसे उत्कृष्ट शोधकर्ता पुरस्कार' और सर सैयद डे स्मारक बैठक (2015) में 'आउटस्टैंडिंग रिसर्चर ऑफ द ईयर अवार्ड' शामिल हैं.
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप : एएमयू जनसंपर्क विभाग के मुताबिक, प्रोफेसर रिजवान को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फेलोशिप भी प्राप्त हुई हैं, जिनमें 2011 में प्रतिष्ठित ‘कॉमनवेल्थ फेलोशिप’, 2000 में ‘बॉयस्कास्ट फेलोशिप’, 2001 में ‘आईएनएसए विजिटिंग फेलोशिप’ और 2002 में ‘एसईआरबी विजिटिंग फेलोशिप’ शामिल हैं.