सरगुजा: सरगुजा के लखनपुर थाने का मंगलवार को कुछ लोगों ने घेराव कर दिया. इस दौरान एक शख्स ने यहां तैनात डीएसपी शुभम तिवारी को धमकी दी. शख्स ने कहा कि, "तेरे को देखना पड़ेगा, याद रखेगा'. इस घटना का वीडियो सामने आया है.
वीडियो आया सामने: वीडियो में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि एक शख्स ने ट्रेनी डीएसपी शुभम तिवारी को धमकी दी. धमकी देने का आरोप अंबिकापुर के बीजेपी विधायक राजेश अग्रवाल के भाई विजय अग्रवाल पर लगा है.
विवाद के बाद हुई पदस्थापना: घटना के दूसरे ही दिन सरगुजा एसपी ने डीएसपी शुभम तिवारी के जगह वहां दूसरा थाना प्रभारी नियुक्ति कर दिया. यानी कि जिस ट्रेनी डीएसपी को धमकाया गया, उसे ही वहां से हटा दिया गया. उनके जगह निरीक्षक मनोज प्रजापति को पुलिस लाइन से लखनपुर प्रभारी बनाया गया है. हालांकि प्रभारी टीआई और प्रशिक्षु डीएसपी शुभम तिवारी का टेन्योर भी पूरा हो चुका था. नियम के अनुसार उनको वहां से मुक्त किया जाना था. हालांकि विवाद के तुरंत बाद हुई पदस्थापना कुछ और ही कह रही है.
विधायक के भाई ने दी धमकी: दरअसल, लखनपुर थाने में मंगलवार को ग्रामीणों और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल के भाई विजय अग्रवाल ने ट्रेनी डीएसपी शुभम तिवारी को धमकी भरे लहजे में कहा कि, "तेरे को देखना पड़ेगा, याद रखेगा." यह प्रकरण कोयला चोरी और डकैती के मामले में लखनपुर पुलिस द्वारा की गई FIR के बाद हुई गिरफ्तारी से जुड़ा है. यह एफआईआर SECL की अमेरा खदान में डकैती के आरोप में हुई थी. इस पर ग्रामीणों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था. इसी के विरोध में मंगलवार को लखनपुर थाने में फर्जी FIR का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया. थाने के घेराव में ग्रामीणों के साथ पहुंचे भाजपा नेता ने डीएसपी को धमकाया, इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामला गरमा गया है. फिलहाल पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई इस दिशा में नहीं की गई है.
थाने के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की जा रही है.-अखिलेश कौशिक, डीएसपी
पिछले दिन हुई कार्रवाई का विरोध: जानकारी के मुताबिक अमेरा खुली खदान में पिछले दिनों तांबे के केबल की चोरी हुई थी. इसमें पुलिस ने कार्रवाई की थी. जिसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ है.
6 फरवरी को प्रशिक्षण अवधि हुई खत्म: बता दें कि ट्रेनी डीएसपी शुभम तिवारी को लखनपुर थाना टीआई का प्रभार 6 दिसंबर 2023 को दिया गया था. दो माह की प्रशिक्षण अवधि 6 फरवरी 2024 को पूरी हो गई थी. उन्हें अभियोजन कार्यालय में प्रशिक्षण का आदेश जारी हो गया था, लेकिन लखनपुर थाना प्रभारी के रूप में किसी की पदस्थापना नहीं होने के कारण वे फिलहाल लखनपुर थाने के टीआई का प्रभार ही देख रहे थे.