चित्तौड़गढ़. भादसोड़ा के पास लोहारिया में बुजुर्ग किसान पर हमला करने वाले पैंथर का आज तीसरे दिन भी पता नहीं चल पाया है. वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन पैंथर को पकड़ने में कामयाबी नहीं मिली. वन विभाग की टीम ने ड्रोन के जरिए उसकी लोकेशन पता लगाने की कोशिश की. गेहूं के खेत में उसकी तस्वीरें कैमरे में कैद भी हुई, लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही पैंथर वहां से भाग गया. वन विभाग की गाड़ी के पास उसका मूवमेंट साफ नजर आया. पैंथर के मूवमेंट से गांव के लोगों में खौफ का माहौल है. वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से खेतों पर झुंड में रहने और हाथ में डंडा रखने के लिए कहा है.
ड्रोन कैमरे में कैद हुआ पैंथर : रेंजर राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि भदेसर उपखंड के लोहारिया में बुजुर्ग किसान भगवान लाल गाडरी और उसका भाई सोमवार को खेत पर काम कर रहे थे. इसी दौरान खेत में छुपे पैंथर ने किसान पर हमला कर दिया, जिसमें किसान भगवान लाल जख्मी हो गया. उसे बचाने की कोशिश में उसके भाई को भी चोट आई थी. वन विभाग चित्तौड़गढ एवं उदयपुर से टीमें लोहारिया पहुंची और भगवान लाल के खेत पर पैंथर को रेस्क्यू करने के प्रयासों में जुट गई. उन्होंने बताया कि गेहूं की फसल होने से पैंथर दिखाई नहीं दे रहा था, इसलिए ड्रोन कैमरे से पैंथर को ढूंढा गया. पैंथर ने एक बार तो नजदीक जाने पर ड्रोन पर भी झपट्टा मारा और ड्रोन को पकड़ने की कोशिश की. इस दौरान उसको ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास भी किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
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नहीं लगा सुराग : रेंजर राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया. बुधवार सुबह फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन पैंथर का कोई सुराग नहीं लगा. हालांकि, ड्रोन के कैमरे में उसकी तस्वीरें कैद हुई हैं. टीम की गाड़ी के पास भी उसकी लोकेशन सामने आई, लेकिन उसके बाद उसका पता नहीं चल पा रहा है. मोकमपुरा, मदनपुरा गाडरियावास आदि क्षेत्र में भी उसको ढूंढा गया.