बारां. स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा विधानसभा में मामला उठाए जाने के बाद हरकत में आए खान विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को जिले में अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए निजी जमीन पर अवैध खनन करने के मामले में 4 जनों के खिलाफ अटरू थाने मुकदमा दर्ज करवाया गया है. साथ खनन किए गए गड्डे का आंकलन कर 15.80 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है.
सूबे में सरकार बदलने के बाद जिले में कांग्रेस नेताओं के करीबियों के खिलाफ अवैध खनन का बड़ा मामला दर्ज हुआ है. अवैध खननकर्ताओं के खिलाफ करीब 15.80 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई गई है. मामला बारां जिले के अटरू तहसील के पिपलोद गांव का है. जहां कांग्रेस सरकार के समय निजी खातेदारी की जमीन पर बड़ी मात्रा में पत्थर का अवैध खनन किया गया था. यह जमीन नगर परिषद सभापति ज्योति पारस के बेटे लव पारस, कांग्रेस के पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल के करीबी अफसर अली, अमन डेनिस और धीरज शर्मा के नाम है. शिकायत मिलने के बाद गुरुवार को खान विभाग के खनिज कार्यानुदेशक सुधांशु उपाध्याय के नेतृत्व में कोटा और बारां के खान विभाग के अधिकारियों ने कारवाई को अंजाम दिया.
खान विभाग द्वारा इस जमीन का माप कर करीब 15 करोड़ 80 लाख के करीब की पेनल्टी लगाई गई है. इस अवैध खनन को लेकर खान विभाग ने अटरू थाने में मामला दर्ज कराया है. खनिज कार्यदेशक सुधांशु उपाध्याय का कहना है कि उन्हें अवैध खनन की शिकायत मिली थी. इस पर पीपलोद पहुंचे, तो वहां पर बड़ी मात्रा में पत्थर का अवैध खनन करना पाया गया. जिस पर उन्होंने क्षेत्र को नाप उस पर 15 करोड़ 80 लाख रुपए की पेनल्टी तय की है. बारां जिले में पहली बार अवैध खनन पर इतनी बड़ी राशि की पेनल्टी का मामला सामने आया है. इस अवैध खनन का पत्थर पास ही स्थित एक क्रेशर पर जाता था. जहां से गिट्टी बनाकर उसे बेची जाती थी.