जयपुर: कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल द्वारा बीते दिनों सदन में अमर्यादित शब्द कहने का मामला आज फिर सदन में गूंजा. निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने यह मुद्दा उठाया. इसके बाद शांति धारीवाल ने इस पर खेद जताया. स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी ने शांति धारीवाल पर दो दिन (मंगलवार और बुधवार को) सदन की कार्यवाही में भाग लेने से रोक लगाई है.
सदन में श्रीचंद कृपलानी ने सदन में अमर्यादित शब्द कहने पर शांति धारीवाल पर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इस पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि शांति धारीवाल को उस दिन खांसी थी. उनकी जुबान फिसल गई थी. सदन की कार्यवाही से वो शब्द विलोपित कर दिए गए थे. मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि उम्र के असर से दिमाग और शरीर का लीकेज होता है. गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा शांति धारीवाल पांच बार के विधायक हैं. वे बड़े पदों पर रहे हैं. उस दिन सभापति ने इनको 19 साल का बता दिया था. तो इनका दिमाग 19 साल के व्यक्ति की तरह चलने लगा.
संसदीय कार्यमंत्री पटेल ने दिया नियमों का हवाला: संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सदन में अपना वक्तव्य देने के संबंध में नियम 272 में बोलने के बारे में प्रावधान है. आपत्तिजनक शब्दावली के इस्तेमाल पर रोक है. इसके तहत शांति धारीवाल का यह आचरण निंदनीय है और क्षमा योग्य नहीं है. उन्होंने कहा कि शांति धारीवाल राज्य को पहले भी मर्दों का प्रदेश बताने जैसा बयान दे चुके हैं. इस विषय को हंसी-मजाक में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि धारीवाल अनावश्यक शब्दावली का प्रयोग करते हैं. इन पर सख्त एक्शन होना चाहिए.
शांति धारीवाल ने कही यह बात: शांति धारीवाल ने कहा कि विधायक संदीप शर्मा से उनके व्यक्तिगत रिश्ते हैं. उस दिन जब वे सदन में बोल रहे थे, तो उन्हें सभापति के पद पर आसीन संदीप शर्मा ने बोलने से रोका. इस पर उनके मुंह से अनायास ही वो शब्द निकल गए. अगर उन्हें इससे ठेस लगी, तो वे उनसे माफी मांगते हैं. इस पर स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी ने जोर देकर कहा कि आपने सदन में जो बोला है. उसके लिए माफी मांगे. इसके बाद शांति धारीवाल ने खेद प्रकट किया.
इस तरह का आचरण बर्दाश्त नहीं-स्पीकर देवनानी: स्पीकर प्रो. देवनानी ने कहा, मुझे इस बात का दुख है कि वरिष्ठ सदस्य ने इस तरीके के शब्द बोले. यह सबके लिए, लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है. इस घटना से राजस्थान विधानसभा की और प्रदेश की इज्जत दांव पर है. उसकी भरपाई माफी मांगने पर भी नहीं होगी. आज मेरी अंतिम चेतावनी है. इस तरीके के आचरण पर कठोरता कार्रवाई करने पर मजबूर हो जाऊंगा. फिर कभी भी माफी की बात नहीं सुनूंगा. उन्होंने व्यवस्था दी कि धारीवाल अगले 2 दिन विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे.