रायपुर: वर्तमान के वर्धमान कहे जाने वाले विश्व प्रसिद्ध दिगंबर जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज जी आज ब्रह्मलीन हो गए हैं. राज्य शासन द्वारा उनके सम्मान में आज छत्तीसगढ़ में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा राजकीय समारोह एवं कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जायेंगें. इसकी सूचना सीएम साय ने ट्वीट कर दी है.
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विश्व प्रसिद्ध दिगंबर जैन मुनि, संत परंपरा के आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी आज ब्रह्मलीन हो गए।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) February 18, 2024
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महामुनिराज के निधन पर आज आधे दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा कोई राजकीय समारोह/कार्यक्रम आयोजित नहीं किए… pic.twitter.com/GfidkftzGQ
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया नमन: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर महा मुनिराज जी के ब्रम्हलीन होने पर उन्हें नमन किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का देश व समाज के लिए योगदान युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा. सीएम साय ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा है, "छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया को अपने ओजस्वी ज्ञान से पल्लवित करने वाले आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को देश व समाज के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके त्याग और तपस्या के लिए युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा. आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्य श्री विद्यासागर जी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमन."
आज डोंगरगढ़ में होगा अंतिम संस्कार: जैन धर्म के प्रमुख संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज जैन धर्म के प्रमुख आचार्यों में से एक थे. जैन मुनि आचार्य श्री के शरीर त्यागने की खबर मिलते ही जैन समाज के अनुयायियों में शोक की लहर है. जैन सनाज के लोग बड़ी संख्या में डोंगरगढ़ में जुट रहे हैं. आज रविवार को डोला चंद्रगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ में दोपहर लगभग 1 बजे उनकी अंतिम संस्कार विधि होगी. सल्लेखना के अंतिम समय बड़ी संख्या में जैन मुनि और समाज के लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस दौरान बड़ी संख्या में जैन धर्म मौजूद रहेंगे.