नई दिल्ली/नोएडा: फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर युवकों से दोस्ती करने के बाद उनसे वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सेक्टर-58 पुलिस ने शुक्रवार को एक युवती समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 14 हजार 500 रुपये की नकदी और छह मोबाइल फोन बरामद किए हैं. आरोपियों ने अब तक 30 लोगों के साथ इस प्रकार की ठगी करने की बात स्वीकार की है.
नोएडा पुलिस ने बताया कि बुलंदशहर के सलेमपुर निवासी अभिषेक शर्मा गिरोह का सरगना है और गाजियाबाद के खोड़ा का फिरोज, दिल्ली के कल्याणपुरी का शशिपाल तथा न्यू अशोकनगर की शिवानी गिरोह की सक्रिय सदस्य हैं.
अपर पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि गिरोह के शातिर दो प्रकार से धोखाधड़ी और ठगी करते है. ठगी के लिए युवती ने 30 से अधिक लड़कियों के नाम से आइडी फेसबुक और इंस्टाग्राम पर बनाई है. वह फेसबुक सहित सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर युवकों को दोस्ती का प्रस्ताव भेजती है. जैसे ही युवक प्रस्ताव को स्वीकार करता शिवानी बदले हुए नाम से अश्लील बातें करनी शुरू कर देती है. कभी-कभी वह युवक से प्यार करने का नाटक भी करती है. दोस्ती प्रगाढ़ होने के बाद शिवानी युवक को मिलते के लिए सुनसान जगह पर बुलाती है. जैसे ही युवक वहां पहुंचता है, अभिषेक, फिरोज और शशिपाल वहां मौजूद मिलते हैं.
अभिषेक तुरंत युवक का मोबाइल और पर्स छीन लेता है. मोबाइल से पैसे वह ट्रांसफर कर लेता है. विरोध करने पर युवती के साथ छेड़खानी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत करने की बात कही जाती है. युवक से छीने गए मोबाइल को फिरोज दिल्ली सहित अन्य जगहों पर बेहद कम दामों में बेच देता है. ठगी और धोखाधड़ी से जो रकम मिलती है, उसे आरोपी आपस में बांट लेते हैं. कई बार युवती बातचीत की अश्लील ऑडियो और वीडियो रिकार्डिंग को वायरल करने की बात कहकर भी युवकों से जबरन रकम वसूलती है.
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सेक्टर-58 थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार को एक युवक ने सेक्टर-58 पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि कुछ समय पहले फेसबुक पर उसकी नागर परी नाम की युवती से दोस्ती हुई. युवती ने उसे मिलने के लिए 14 मार्च को सेक्टर-62 स्थित एक निजी अस्पताल के पास बुलाया. युवती द्वारा बताए गए स्थान पर जब युवक पहुंचा तो वहां एक युवती और उसके साथ दो लड़के थे. तीनों ने जबरन दबाव बनाकर युवक का मोबाइल ले लिया और मारने का भय दिखाकर खाते से 17 हजार 120 रुपये ट्रांसफर कर लिए. जिस नंबर पर रकम ट्रांसफर हुई थी, पुलिस ने उसे ट्रेस कर लिया और एक आरोपी को पकड़ लिया. इसके बाद गिरोह के सभी शातिर पुलिस के हत्थे चढ़ गए. इस प्रकार की ठगी में पीड़ित कम ही मामले में पुलिस से शिकायत करते हैं. ऐसे में आरोपी हर बार बच जाते थे.
यह गिरोह मेवात गिरोह की तरह ठगी करता है, पर अपराध करने का तरीका मेवात गिरोह से थोड़ा अलग है. शिवानी के मोबाइल में 50 से अधिक नंबर और फेसबुक आइडी ऐसी मिली है, जो ब्लॉक है. आशंका जाहिर की जा रही है कि जो आईडी ब्लॉक है गिरोह के शातिरों ने उनके साथ भी ठगी की है. ज्यादातर चैट शिवानी ने डिलीट कर दी है, जिसे पुलिस फिर से रिकवर करने का प्रयास कर रही है.
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