ऋषिकेश: देश-दुनिया में प्रसिद्ध गीता भवन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन कमरे बुक करने का मामला सामने आया है. ऑनलाइन कमरे बुक करने के लिए एडवांस में लाखों रुपए की रकम भी साइबर ठगों ने अपने खातों में ट्रांसफर की है. बुकिंग करने वालों को गीता भवन में जब कमरे उपलब्ध नहीं मिले तो फर्जी वेबसाइट के मामले का खुलासा हुआ.
इसके बाद गीता भवन के प्रबंधक गौतम कुमार ने पुलिस को मामले की जानकारी देकर मुकदमा दर्ज कराया. अब पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाने वाले गिरोह के सरगना नासिर उर्फ मस्तान को भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया है. गिरोह के कई सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है.
प्रभारी एसएसपी पौड़ी गढ़वाल जया बलूनी ने बताया कि जांच में पता चला है कि जिन खातों में ऑनलाइन कमरे बुक करने के नाम पर रकम ट्रांसफर हुई है, वह बैंक खाते भी फर्जी आईडी से खोले गए हैं. इसके अलावा वेस्ट बंगाल, केरल और गुजरात की साइबर पुलिस के पास भी खातों में लगे मोबाइल नंबरों की शिकायतें दर्ज है.
लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी की पूछताछ में नासिर ने बताया कि वह देश के प्रसिद्ध आश्रमों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाने का काम करते हैं और इन वेबसाइट पर ऑनलाइन कमरे बुक करने के नाम पर लोगों से ऑनलाइन ठगी कर मोटी रकम कमाते हैं.
प्रभारी पुलिस कप्तान जया बलूनी ने बताया कि नासिर के गिरोह में कौन-कौन लोग शामिल है. इसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. जांच में जो जो नाम सामने आएंगे उन्हें मुकदमे में आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया जाएगा. अंदेशा इस बात का भी है कि गीता भवन के अलावा अन्य कई प्रसिद्ध आश्रम और होटल के नाम से भी वेबसाइट बनी हो सकती है. इसलिए लोगों को ऑनलाइन कमरे बुक करते समय सावधानी बरतने की बेहद ज्यादा जरूरत है.
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