नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रेणु अग्रवाल को गुरुवार को धमकी देने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी ने फोन कर धमकी दी थी कि 'सुधार जाओ नहीं तो दोनों बच्चों को देख लूंग'. इस सम्बन्ध में डॉक्टर रेणु ने थाना सेक्टर 39 में लिखित शिकायत दी थी. जिसकी जांच करते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी नोएडा विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि सीएमएस की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने आज कंपनी के निदेशक विक्रांत को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं गिरफ्तार आरोपी ने भी सीएमएस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके अनुसार उन्होंने शासन को उसकी गलत रिपोर्ट भेजी है, जबकि उन्होंने पीएफ का पूरा पैसा जमा कराया है.
आरोपी का कहना है कि उसकी एजेंसी को जिला अस्पताल से हटाकर किसी और एजेंसी को काम देने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने जिला अस्पताल के लोगों पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है. आरोपी ने कहा है कि उन्होंने इस मामले में हाई कोर्ट में रिट दायर की है.
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मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रेनु अग्रवाल के अनुसार 2023 के नवंबर में उनका अनुबंध समाप्त हो गया. अनुबंध समाप्त होने के उपरांत चिकित्सालय द्वारा जैम पोर्टल पर नई जैम निविदा अंकित की गई. इस बात को लेकर उक्त मैसर्स ने चिकित्सालय के विरुद्ध शिकायत की है, तथा चिकित्सा में लगे हुए लोगों को काम ना करने के लिए उकसाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि विक्रांत द्वारा डाटा मैनेजर योगेश कुमार को धमकाया गया. धमकी देने वाले ने सीएमएस और उनके दोनों बच्चों को क्षति पहुंचाने की बात कही है.