नूंह: हरियाणा के नूंह में खेड़ा निवासी वकीला घर से अपनी देवरानी से कहकर निकली थी कि मैं बच्चे को दवा देने जा रही हूं. वक्त का कुछ पता नहीं, इसलिए मेरे पीछे मेरे बच्चों का ख्याल रखना. इसके बाद वकीला बच्चे को दवा दिलाने पिथोरपुरी चली गई और वहां से लौटते समय उसकी मौत हो गई. बता दें कि मेवात में खूनी सड़क से मशहूर नूंह-अलवर मार्ग पर राजस्थान रोडवेज ने मांडी खेड़ा के पास सवारियों से भरे ऑटो में टक्कर मार दी. हादसे में ऑटो सवार मां बेटे की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि 5 से 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है.
मां और बेटे की दर्दनाक मौत: मिली जानकारी के मुताबिक, 32 वर्षीय वकीला एक साल के बेटे आर्यन को दवा दिलाने गई थी. उसके साथ परिवार की कुछ और महिलाएं भी थी. दवा दिलाने के बाद वकीला अपने बेटे के साथ ऑटो में सवार होकर घर वापस आ रही थी. कि तभी मांडीखेड़ा के पास सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई. वहीं उसका एक साल का बेटा भी काल का ग्रास बन गया. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राजस्थान रोडवेज बस को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी.
दो गंभीर बच्चे रोहतक पीजीआई रेफर: बताया जा रहा है कि घायलों में से कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है. जिनमें दो बच्चों को रोहतक रेफर कर दिया है. पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया है. जांच के मुताबिक मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. वहीं, पुलिस ने बताया कि मृत महिला का केवल एक ही बेटा था और घर पर उसकी 5 बेटियां थी. अब इन 5 बेटियों की मां और इकलौता भाई दुनिया को अलविदा कहकर चले गए हैं. इस घटना से घर में मातम पसरा हुआ है. कुल मिलाकर इस खूनी मार्ग पर न जाने कितने लोगों को उन्हें अपने परिवार से जुदा किया है. इस हादसे के बाद लोगों में भारी रोष है.
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