नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में लिफ्ट गिरने का मामला सामने आया है. हादसे के वक्त लिफ्ट में दो लोग थे. गनीमत रही कि सभी सुरक्षित हैं. किसी को चोट नहीं आई है. लिफ्ट गिरने के बाद दूसरे फ्लोर पर रुक गई इस वजह से बड़ा हादसा टल गया. घटना बुधवार की बताई जा रही है, सिविक सेंटर के आई ब्लॉक की लिफ्ट का तार टूट गया.
बता दें कि साल 2011 में दिल्ली नगर निगम मुख्यालय का निर्माण हुआ था. इस पर तकरीबन 650 करोड़ का खर्च आया था. दिल्ली नगर निगम मुख्यालय दिल्ली की सबसे ऊंची इमारतों में शुमार है. दिल्ली मुख्यालय के ई-ब्लॉक में 28 मंजिल हैं.
हादसे के बाद उठे सवाल
नगर निगम मुख्यालय की मरम्मत और रखरखाव का ठेका निजी कंपनी को दिया गया है. जिस पर सालाना 3 करोड़ रुपए खर्च होते हैं. लिफ्ट गिरने की घटना से नगर निगम मुख्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों में डर है. उन्हें लग रहा है कि कहीं लिफ्ट दोबारा ना गिर जाए. इस हादसे पर लिफ्ट की देखरेख करने वाली कंपनियों के काम पर भी सवाल उठ रहे हैं.
एक दिन पहले कनॉट प्लेस में हुआ था हादसा
एक दिन पहले कनॉट प्लेस पर विजया बिल्डिंग की एक लिफ्ट अचानक नीचे आ गिरी थी. इसमें एक शख्स घायल हो गया था. बाराखंभा रोड स्थित विजया बिल्डिंग की लिफ्ट में खराबी आने से लिफ्ट तीसरी मंजिल से तेजी से नीचे आकर ग्राउंड फ्लोर के बेस से टकरा गई थी. गनीमत रही कि घटना के समय लिफ्ट में केवल एक ही महिला सवार थी. घटना में वह घायल हो गई. उनके दोनों पैरों में फ्रैक्चर हुआ. बाराखंभा थाना पुलिस ने बिल्डिंग के प्रबंधन के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि लिफ्ट का लाइसेंस 16 नवंबर तक ही वैध था. लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था जो अब तक था संबंधित विभाग के पास लंबित था.
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