नई दिल्ली: दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव एक बार फिर टल गया है. चुनाव कैंसिल होने के चलते दिल्ली की सियासत भी गरमा गई है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जहां बीजेपी और उपराज्यपाल पर हमलावर हो गई हैं. वहीं, बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर पलटवार किया है. कल 26 अप्रैल को निर्धारित शेड्यूल के तहत सिर्फ सदन की मीटिंग होगी.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निगम प्रभारी जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा कि एमसीडी में दलित वर्ग के लिए आरक्षित मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की चुनाव आयोग द्वारा मंजूरी के बावजूद वोटिंग पर उपराज्यपाल की ओर से रोक लगाना संवैधानिक मूल्यों का हनन है. उन्होंने कहा कि यह साल अनुसूचित जाति के मेयर के लिए आरक्षित था. बीजेपी के इशारे पर मेयर चुनाव पर रोक लगा दी गई है. यह सीधे तौर पर दिल्ली के दलित समाज का अपमान है.
कांग्रेस ने एलजी पर साधा निशाना
कोचर ने कहा कि दिसंबर 2022 से जब से दिल्ली नगर निगम में बीजेपी सत्ता से बाहर हुई है. हर बार मेयर चुनाव में बीजेपी की ओछी राजनीति और स्वयंभू बने रहने की सोच के कारण अड़चनें आ रही हैं. पिछले दो सालों से निगम में स्थायी समिति के साथ जोन व वार्ड कमेटियों का गठन तक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि एमसीडी को मजबूती देने के लिए इंडिया गठबंधन के सहयोगी होने के चलते कांग्रेस पार्टी सत्ताधारी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने का ऐलान पहले ही कर चुकी है, जिससे भाजपा पूरी तरह बौखलाई हुई है.
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है इस बार मेयर पद
आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज बीजेपी ने एमसीडी के मेयर चुनाव को कैंसिल कर दिया है. कहा कि अगर ये (बीजेपी) लोकसभा चुनाव जीत गए तो कुछ भी कर सकते हैं. बीजेपी के उम्मीदवार तो लोगों से कह भी रहे हैं कि 400 सीट दे दो, संविधान बदलना है. उन्होंने कहा कि इस बार MCD में दलित समाज का मेयर बनना था, लेकिन चुनाव कैंसिल करवाकर BJP ने दलित समाज का अपमान किया है.
दुर्गेश पाठक ने कहा कि चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने यह चुनाव रद्द करवा दिया. एलजी कार्यालय ने यह कहते हुए चुनाव निरस्त कर दिया कि वह मुख्यमंत्री की सलाह पर काम करते हैं. लेकिन पूर्व के कई उदाहरण हैं जब उन्होंने मुख्यमंत्री की सलाह और सहायता पर काम नहीं किया.
बीजेपी ने आप पर लगाये आरोप
मेयर चुनाव पर दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दुर्गेश पाठक एवं सौरभ भारद्वाज पर एमसीडी के मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर विवाद करने पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि आप नेता पहले दिल्ली वालों को बताएं कि बिना पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के दिल्ली नगर निगम का महापौर चुनाव क्यों घोषित किया गया. प्रवीण शंकर ने कहा कि इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से विधायकों का नगर निगम सदन में नोमिनेशन भी विवादित है, क्योंकि उसमें भी नियमानुसार फाइल पर मुख्यमंत्री की सिफारिश होनी चाहिए थी जो इस बार नहीं है.
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