नई दिल्ली: दिल्ली में मेयर चुनाव स्थगित होने के बाद आज दिल्ली नगर निगम की बैठक रखी गई थी जिसमें जोरदार हंगामा देखने को मिला. AAP के पार्षदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. नगर निगम की बैठक शुरू होने से पहले ही आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया था. निगम मुख्यालय पहुंचे आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने अंबेडकर प्रतिमा के पास हाथों में दलित विरोधी लिखी हुई तख्तियों के साथ विरोध प्रदर्शन किया. AAP पार्षद और नेता सदन मुकेश शर्मा भी प्रदर्शन में शामिल रहे.
डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लेकर खड़े हुए नेता सदन मुकेश शर्मा के चारों ओर खड़े होकर आम आदमी पार्टी के पार्षद दलित विरोधी बीजेपी होने के नारे लगा रहे थे. इस दौरान मुकेश शर्मा ने बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि इस बार मेयर की सीट एक दलित के लिए आरक्षित थी. इसलिए बीजेपी ने जानबूझकर पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं होने दी और मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं होने दिया. इससे बीजेपी का दलित विरोधी चेहरा उजागर होता है. इसके बाद आम आदमी पार्टी के पार्षद दलित विरोधी बीजेपी लिखी हुई तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए निगम सदन में दाखिल हुए.
सदन के भीतर पहले से मौजूद बीजेपी पार्षद हाउस टैक्स में बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग कर रहे थे साथ ही जोरदार नारेबाजी की जा रही थी. बीेजपी पार्षदों की तख्तियों पर लिखा था ''हाउस टैक्स बढ़ोतरी वापस लो, महापौर महोदया शर्म करो, शर्म करो''. हंगामे के बीच 11:50 बजे मेयर सदन में पहुंची. उन्होंने सभी से शांत होने की अपील की. जब पार्षद शांत नहीं हुए तो मेयर शैली ओबेरॉय ने भी बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया और सदन की कार्रवाई अगली बैठक तक स्थगित कर दी.
इसके बाद मेयर सदन से बाहर चली गईं. इसके बाद बीजेपी पार्षद पंकज लूथरा ने नारेबाजी शुरू कर दी. पंकज लूथरा ने नारे लगाते हुए कहा ''भाग गई भाई भाग गई मेयर साहिब भाग गई''. पंकज लूथरा के सुर में सुर मिलाते हुए बीजेपी के अन्य पार्षदों ने भी मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मेयर के सदन से बाहर जाने के साथ ही आम आदमी पार्टी के पार्षद भी सदन से बाहर चले गए.
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