मेरठ/लखनऊ : लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहब आंबेडकर पर बयान के मामले में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि अमित शाह इस्तीफा दें और जनता से माफी मांगें. कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा.
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा कि संसद में गृहमंत्री ने बाबा साहब पर टिप्पणी कर घोर अपमान किया. इसके कारण आंबेडकरवादियों और उनके करोड़ों समर्थकों सहित तमाम जाति, धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची. उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने भारतीय समाज को एक समानता का दृष्टिकोण दिया और संविधान के निर्माण में अपनी भूमिका निभाई. वे दलितों, पिछड़ों और समाज के सभी शोषित वर्गों के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं. उनका सम्मान केवल एक व्यक्ति या समुदाय का नहीं, बल्कि सम्पूर्ण देश का सम्मान है.
उन्होंने कहा कि अमित शाह ने बाबा साहब भीम राव आंबेडकर के योगदान को नकारते हुए उनके प्रति अपमानजनक टिप्पणी की. यह न केवल उनके योगदान को कम करने का प्रयास है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और समाज के मूल्यों के खिलाफ भी है. ऐसी टिप्पणियां समाज में असंतोष और तनाव उत्पन्न कर सकती हैं, जो हमारी एकता और अखंडता के लिए हानिकारक है. उन्होंने कहा कि जब तक अमित शाह अपने दिये बयान पर सामाजिक रूप से सबके सामने माफी नहीं मांगेंगे तब तक हम सड़कों पर उतरकर संघर्ष करते रहेंगे. ये बाबा साहब का अपमान नहीं है ये 140 करोड़ की जनता का अपमान है जो बाबा साहब को अपना आदर्श मानते हैं.
लखनऊ में जिला कांग्रेस कमेटी ने किया प्रदर्शन : गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान के बाद देशभर में विपक्षी पार्टियों द्वारा विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में जिला कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को लखनऊ में गृहमंत्री के इस्तीफा की मांग करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है. उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. कांग्रेस शहर अध्यक्ष शहजाद आलम ने कहा कि भाजपा द्वारा भारत के संविधान को लगातार खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.