अजमेर : अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करने के मामले में परिवादी ने अजमेर पश्चिम कोर्ट में परिवाद दाखिल कर दिया है. कोर्ट ने परिवाद का हिंदी रूपांतरण करवाकर पेश करने के लिए परिवादी को 25 नवंबर की अगली तारीख दी है. परिवादी हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दावा किया कि अजमेर दरगाह भगवान शिव का मंदिर है. यहां संकट मोचन महादेव का मंदिर था. उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह को शिव मंदिर घोषित किया जाए. इस संदर्भ में वाद कोर्ट में पेश किया था, लेकिन पहले यह वाद गलती से सीजेएम कोर्ट में पेश हो गया था, लेकिन अब परिवाद सही होकर अजमेर वेस्ट कोर्ट में पेश किया गया है.
विष्णु गुप्ता ने बताया कि उन्हें जानकारी नही थी कि यहां कोर्ट में सुनवाई के लिए परिवाद हिंदी में पेश करना होता है. जानकारी के अभाव में परिवाद अंग्रेजी में तैयार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने परिवाद का हिंदी रूपांतरण करने और साथ में पहचान पत्र लगाने के लिए 25 नवंबर को अगली तारीख दी है. उन्होंने बताया कि कोर्ट ने यह भी कहा है कि नोटिस के साथ अन्य पार्टियों को भी परिवाद की प्रति भेजी जाएगी. इस संबंध में भी कमी पूर्ति करने के लिए कोर्ट ने कहा है. गुप्ता ने कहा कि कानून के तहत परिवाद दायर किया गया है और कानून के तहत ही सारी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
पूर्व में परिवादी से हुई चूक : परिवादी विष्णु गुप्ता ने पूर्व में दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए परिवाद सीजेएम कोर्ट में पेश किया था. क्षेत्राधिकार नहीं होने का हवाला देते हुए सीजेएम कोर्ट ने परिवादी को संबंधित कोर्ट में दावा पेश करने के लिए कहा था, लेकिन परिवादी ने स्थानांतरण याचिका सेशन कोर्ट में पेश की, जिस पर सेशन कोर्ट ने याचिका को अस्वीकार करते हुए सीजेएम कोर्ट के निर्णय को बरकरार रखते हुए परिवादी को संबंधित कोर्ट में ही दावा पेश करने के लिए कहा था. अब यह परिवाद सीजेएम कोर्ट से अजमेर वेस्ट कोर्ट में स्थानांतरण हो गया है.