जयपुर: महाराष्ट्र के नागपुर से बाघ का एक जोड़ा मंगलवार को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क लाया गया है. यह जल्द ही नाहरगढ़ टाइगर सफारी की शान बनेगा. केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली की स्वीकृति के बाद मंगलवार को सुबह वन्यजीव एस्क्यू सेन्टर गोरेवाड़ा नागपुर महाराष्ट्र से एक नर बाघ गुलाब (4 वर्ष) तथा एक मादा चमेली (3 वर्ष) को नाहरगढ़ जैविक उद्यान में लाया गया. बाघ के जोड़े को पहले 21 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा और उसके बाद इसे नाहरगढ़ टाइगर सफारी में छोड़ा जाएगा.
वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ अरविंद माथुर के नेतृत्व में बाघ के जोड़े को नागपुर से नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क लाया गया. करीब 24 घंटे का सफर तय कर यह बाघ का जोड़ा जयपुर पहुंचा है. वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ अरविंद माथुर ने बताया कि बाहर से आने के कारण इस जोड़े को 21 दिन के क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा, ताकि ये आपको को यहां की जलवायु के हिसाब से खुद ढाल सके. सितंबर में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में टाइगर सफारी शुरू होगी और उस समय इस बाघ के जोड़े को टाइगर सफारी में छोड़ा जाएगा. इसके बाद वहां आने वाले पर्यटक एवं वन्य जीव प्रेमी इस जोड़े को देख सकेंगे.
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एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हुआ बदलाव: डॉ माथुर ने बताया कि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बाघ के जोड़े को जयपुर लाया गया है. यहां के अधिकारियों और वनरक्षकों को इस जोड़े का ध्यान रखना को कहा गया है ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी ना हो. जिन पिंजरों में इस बाघ के जोड़े को रखा गया है.उन्हें भी अच्छी तरह से साफ कर वायरस फ्री किया गया है ताकि उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो. कुल मिलाकर आने वाले समय में गुलाब और चमेली नाहरगढ़ टाइगर सफारी की शान बनेंगे और आम जनता इसका दीदार कर सकेगी.