अलवर. लाल प्याज के बाजार में देश में महत्वपूर्ण स्थान बना चुके अलवर जिले के किसान इस बार भी अच्छी उपज की उम्मीदों से निहाल हो सकेंगे. यही कारण है कि सरकार ने इस साल अलवर जिले में लाल प्याज की बुवाई का रकबा बढ़ाकर 21 हजार से बढ़ाकर 24500 हेक्टेयर किया है. वहीं अच्छी बारिश ने किसानों की उम्मीदों को पंख लगा दिए हैं. प्याज विक्रेताओं का भी मानना है कि इस बार अलवर जिले में लाल प्याज की उपज अच्छी होने की संभावना है और उन्हें लाल प्याज के भाव भी पिछले सालों से ज्यादा मिल सकेंगे.
रेस्टोरेंट, होटल एवं घरों में जायके की बात करते समय अलवर के लाल प्याज को भुलाया नहीं जा सकता. इसी के चलते अलवर के लाल प्याज की देश के विभिन्न राज्यों में ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देशों में भी बढ़ गई है. तभी तो राजस्थान ही नहीं, दिल्ली, महाराष्ट एवं देश की अन्य प्याज मंडियों में अलवर के लाल प्याज के आवक शुरू होने का इंतजार रहता है. अलवर के लाल प्याज की बढ़ती मांग का ही नतीजा है कि हर साल अलवर जिले में लाल प्याज की बुवाई का रकबा बढ़ता जा रहा है और किसान भी परम्परागत खेती को छोड़ लाल प्याज की बुवाई करने लगे हैं.
अलवर में प्रदेश के तीन चौथाई प्याज की बुवाई : उद्यान विभाग के उप निदेशक केएल मीणा ने बताया कि सरकार की ओर से पूरे राजस्थान में 30 हजार हेक्टेयर भूमि पर लाल प्याज की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें अकेले अलवर जिले को 24500 हेक्टेयर भूमि पर लाल प्याज की बुवाई का लक्ष्य दिया गया है. यानी पूरे प्रदेश के लाल प्याज की बुवाई के लक्ष्य की 81 फीसदी से ज्यादा बुवाई अकेले अलवर जिले में होगी. उद्यान विभाग लाल प्याज की ज्यादा बुवाई के लिए जिले के किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है. विभाग के प्रयास है कि इस बार दिए गए लक्ष्य से अधिक रकबे में लाल प्याज की बुवाई होने की उम्मीद है. किसानों की ओर से अगस्त के पहले सप्ताह से जिले में लाल प्याज की पौध रोपने का कार्य शुरू हो गया है.
सरकार ने भी फसल बीमा में शामिल किया लाल प्याज : अलवर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में लाल प्याज की बुवाई के प्रति किसानों में बढ़ते रूझान को देखते हुए सरकार ने भी लाल प्याज की उपज को फसल बीमा योजना में शामिल किया है. सरकार के इस निर्णय से लाल प्याज की उपज में मौसमी एवं जलेबी रोग से नुकसान होने पर किसानों को मुआवजा मिल सके.
कई राज्यों मे जाता है अलवर का लाल प्याज : अलवर प्याज मंडी में प्याज के आड़ती पप्पू प्रधान ने बताया अलवर की लाल प्याज की मांग अन्य राज्यों में भी होती है. उन्होंने बताया कि अलवर का लाल प्याज राजस्थान के विभिन्न जिलों में, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में भी जाता है.