दुर्ग: छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने बड़ा एनकाउंटर किया है. भिलाई नगर थाना क्षेत्र में जयंती स्टेडियम के सामने पुलिस ने गैंगस्टर अमित जोश को मार गिराया. निगरानीशुदा बदमाश अमित जोश लंबे समय से फरार चल रहा था. यह दुर्ग जिले के इतिहास में चौथा एनकाउंटर है. अमित जोश के एनकाउंटर के बाद फॉरेसिंक जांच शुरू हो गया है. आइये जानते हैं स्टील सिटी दुर्ग भिलाई में कब कब एनकाउंटर हुआ.
पहला एनकाउंटर: दुर्ग पुलिस ने सबसे पहले साल 2001 में दुर्ग के अंजोरा क्षेत्र में एनकाउंटर किया था. कुख्यात आरोपी सुखविंदर सिंह उर्फ सोक को पुलिस टीम पकड़ने गई थी. इस दौरान आरोपी मुठभेड़ में मारा गया. यह दुर्ग जिले का पहला एनकाउंटर था. कुख्यात आरोपी सुखविंदर सिंह तपन सरकार का करीबी और शूटर था. सुखविंदर सिंह और उसके गुर्गे ने एक कारोबारी का अपहरण किया था, जिसके बाद से पुलिस को सुखविंदर की तलाश थी.
दूसरा एनकाउंटर: साल 2005 में भिलाई में यह एनकाउंटर हुआ था. बहुचर्चित महादेव महार हत्याकांड के मामले में गैंगस्टर तपन सरकार और अन्य आरोपियों में गोविंद विश्वकर्मा भी शामिल था. पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गोविंद विश्वकर्मा तलपुरी के आसपास है. घेराबंदी कर उसे पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन गोविंद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोविंद मारा गया. गोविंद विश्वकर्मा भी कथित रूप से तपन सरकार का करीबी था.
तीसरा एनकाउंटर: साल 2010 में जामुल में यह एनकाउंटर हुआ था. नार्थ बस्तर माड़ ज्वाइंट डिविजनल कमेटी के सदस्य नागेश और उसकी पत्नी रावघाट एरिया कमेटी सदस्य ताराबाई कारतूस खरीदने के लिए भिलाई पहुंचे थे. सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हुई और दोनों की तलाश शुरू की गई. पुलिस को जामुल क्षेत्र में दोनों के होने की सूचना मिली. दोनों का पीछा करते हुए घेराबंदी कर पकड़ने को कोशिश की गई. इसी दौरान नागेश ने पुलिस पर फायरिंग कर दिया, जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में नागेश और उसकी पत्नी ताराबाई को गोली लगी, जिससे उनकी मौत हो गई.
चौथा एनकाउंटर: 8 नवबंर 2024 को हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश का किया गया है. अमित जोश के खिलाफ जिले में 35 से ज्यादा अपराध दर्ज थे. अमित जोश 14 साल की उम्र से ही अपराध की दुनिया में आ गया था. अमित जोश मारपीट, गुंडागर्दी, हत्या, पिस्टल से फायर जैसे गंभीर मामले में शामिल था.
अमित जोश 25 और 26 जून 2024 की रात बाइक सवार युवकों पर पिस्टल से फायर कर फरार हो गया था. इस घटना में दो युवकों को गोली लगी थी. तत्काल दोनों युवकों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी जान बचाई गई, जिसके बाद से अमित जोश फरार चल रहा था. पुलिस ने अमित जोश की जानकारी देने वाले को 35 हजार इनाम की घोषणा भी की थी.
पुलिस को सूचना मिली की युवकों पर फायर करने वाला फरार आरोपी अमित जोश भिलाई पहुंचा हुआ है, जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उसका पीछा करते हुए जयंती स्टेडियम के पीछे पहुंची. अमित जोश अपने एक साथी के साथ बाइक से जा रहा था. पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन अपने पास रखे पिस्टल से अमित जोश ने पुलिस पर दो फायर किया, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायर किए. अमित जोश के पैर और सीने में गोली लगी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई.