नई दिल्ली: दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले के स्पेशल स्टॉफ ने साइकोट्रॉपिक दवा की अवैध थोक सप्लाई करने वाले इंटरस्टेट सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है. स्पेशल स्टॉफ ने अल्प्राजोलम दवा की 733650 टैबलेट्स बरामद किया है जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय मार्केट में करीब 28 लाख रुपए आंकी गई है. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के लोनी (गाजियाबाद), हापुड़ और बुलंदशहर से ताल्लुक रखते हैं.
उत्तर-पूर्वी जिला डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम ने साइकोट्रॉपिक पदार्थ की थोक आपूर्ति में शामिल अंतरराज्यीय सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. इनमें पास से करीब 88 किलोग्राम वजन वाली 7,33,650 अल्प्राजोलम गोलियां बरामद की गई हैं. इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 28 लाख रुपये आंकी गई है. इस गोरखधंधे में संलिप्त 5 लोगों की गिरफ्तारी के साथ इस्तेमाल की जाने वाली 2 कार भी बरामद की हैं.
सोनिया विहार थाने में एनडीपीएस एक्ट की धारा 22/29 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है. डीसीपी के मुताबिक, साइकोट्रोपिक पदार्थ की थोक सप्लाई से जुड़े अंतरराज्यीय सिंडिकेट को लेकर इनपुट मिले थे. इसके बाद एसीपी/ऑपरेशंस की कड़ी निगरानी में स्पेशल स्टॉफ के इंस्पेक्टर राहुल सिंह अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.
पुस्ता रोड पर पकड़ी बलेनो कार से बरामद हुई 2.40 लाख टैबलेट्स
टीम ने एमसीडी टोल, पुस्ता रोड, सोनिया विहार के पास जाल बिछाया और मुखबिर की निशानदेही पर एक बलेनो कार नंबर DL5C T4910 को रोका और जांच करने पर कार से 2,40,000 अल्प्राजोलम टैबलेट बरामद की गई. जिनका वजन करीब 28.8 किलोग्राम है. कार में सवार दो लोगों की पहचान लोनी, गाजियाबाद निवासी राहुल पाल (34) पुत्र दिनेश पाल और जगदीप (45) पुत्र सतपाल सिंह के रूप में की गई. दोनों गिरफ्तार लोगों के खिलाफ सोनिया विहार थाने में एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उनका मेडिकल क्षेत्र के कुछ लोगों के साथ संपर्क था और वह उनको भारी मात्रा में अल्प्राजोलम टैबलेट उपलब्ध कराते थे. इसके बाद वह इसे दिल्ली एनसीआर भर के मेडिकल स्टोर्स के जरिए अच्छे मार्जिन पर बेचते थे.
बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं खरीदी जाती है ये दवा
दरअसल, अल्प्राजोलम प्रिस्क्रिप्शन वाली दवा है जिसको बिना किसी डॉक्टर की सलाह के नहीं खरीदा जा सकता है. अल्प्राजोलम दवा को अक्सर डिप्रेशन का इलाज करने में यूज किया जाता है. यह आपके तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करने का काम करती है. यह बेंजोडायजेपाइन नामक दवाओं के समूह से संबंधित है. इस दवा का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है.
यूपी के जेवर से बरामद की 4.93 लाख से ज्यादा टैबलेट्स
दोनों गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने हापुड़ और जेवर भी छापेमारी की जहां से दो अन्य सहयोगियों को भी अरेस्ट किया गया गया. हापुड निवासी प्रेम चंद (28) पुत्र दया चंद और प्रमोद कुमार (30) पुत्र दया नंद को जेवर, गौतमबुध नगर, यूपी के इलाके से पकड़ा गया. उनके पास से 4,93,650 टैबलेट्स जिनका वजन करीब 59.238 किलोग्राम हैं, बरामद की गईं. यह सभी उस स्विफ्ट डिजायर कार नंबर DL-8CP-6924 से बरामद हुईं जिसमें यह सफर कर रहे थे. इन्होंने अपने अपराध को स्वीकार करते हुए मैन सप्लायर सोर्स का भी खुलासा किया.
आरोपियों की निशानदेही पर एक और छापेमारी की गई और बुलंदशहर, यूपी निवासी राजीव कुमार (30) पुत्र रकम सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में उसने बताया कि वो इस सिंडिकेट का मुख्य सदस्य है जो अन्य सहयोगियों के साथ इस पूरी सप्लाई का कॉर्डिनेशन करता था. आरोपियों के बरामद कुल 7,33,650 अल्प्राजोलम टैबलेट का वजन करीब 88.038 किलोग्राम है जिसकी कुल कीमत 28 लाख बताई गई है.
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