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शिमला बाइपास फोरलेन पर इतने करोड़ रुपये होंगे खर्च, रूट पर बनाई जा रही 10 सुरंगे - Kaithlighat Dhali Four Lane - KAITHLIGHAT DHALI FOUR LANE

Shimla bypass four lane: शिमला बाईपास फोरलेन का निर्माण कार्य इन दिनों जोरों-शोरों से चल रहा है. बुधवार को इस फोरलेन प्रोजक्ट का राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने निरीक्षण किया.

शिमला बाईपास फोरलेन
शिमला बाईपास फोरलेन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 21, 2024, 10:44 PM IST

सोलन: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को सोलन जिला के कैथलीघाट के पास शिमला बाईपास सुरंग-1 (पोर्टल-2) शुंगल का दौरा किया. निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए राज्यपाल ने परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी ली.

28.5 किमी लंबे फोरलेन शिमला बाईपास (पैकेज-1 व 2) पर 10.6 किमी लंबी 10 सुरंगों का निर्माण किया जाना है. इसमें 27 बड़े पुल और वायाडक्ट भी होंगे. इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा परियोजना के पूरा होने पर कैथलीघाट से ढली की दूरी करीब 15 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा में करीब एक घंटे का समय बचेगा.

इस सुरंग के निर्माण से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने करीब 5,000 पेड़ों को कटने से बचाया है और मिट्टी के कटाव को भी रोका है. राज्यपाल ने कहा यह सुरंग पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव देगी.

दूरी कम होने पेट्रोल-डीजल की बचत होगी और प्रदूषण कम होगा. 10 सुरंगों के निर्माण से करीब 22,500 पेड़ों को कटने से बचाया जाएगा. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि दोनों चरणों में सुरंग की कुल लंबाई 1,410 मीटर होगी और जनवरी 2025 तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.

शिमला बाइपास फोरलेन परियोजना की कैथलीघाट से ढली तक कुल लागत 4,800 करोड़ रुपये है और इस परियोजना को मार्च 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा. राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह और एनएचएआई के अन्य अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में दो बच्चियों की मौत, मां अस्पताल में भर्ती, खाना खाने के बाद बिगड़ी थी तबीयत

सोलन: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को सोलन जिला के कैथलीघाट के पास शिमला बाईपास सुरंग-1 (पोर्टल-2) शुंगल का दौरा किया. निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए राज्यपाल ने परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी ली.

28.5 किमी लंबे फोरलेन शिमला बाईपास (पैकेज-1 व 2) पर 10.6 किमी लंबी 10 सुरंगों का निर्माण किया जाना है. इसमें 27 बड़े पुल और वायाडक्ट भी होंगे. इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा परियोजना के पूरा होने पर कैथलीघाट से ढली की दूरी करीब 15 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा में करीब एक घंटे का समय बचेगा.

इस सुरंग के निर्माण से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने करीब 5,000 पेड़ों को कटने से बचाया है और मिट्टी के कटाव को भी रोका है. राज्यपाल ने कहा यह सुरंग पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव देगी.

दूरी कम होने पेट्रोल-डीजल की बचत होगी और प्रदूषण कम होगा. 10 सुरंगों के निर्माण से करीब 22,500 पेड़ों को कटने से बचाया जाएगा. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि दोनों चरणों में सुरंग की कुल लंबाई 1,410 मीटर होगी और जनवरी 2025 तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.

शिमला बाइपास फोरलेन परियोजना की कैथलीघाट से ढली तक कुल लागत 4,800 करोड़ रुपये है और इस परियोजना को मार्च 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा. राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह और एनएचएआई के अन्य अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे.

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