नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की ओर से 2 फरवरी यानी शुक्रवार को 350 इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर उतरने की योजना थी. दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक्स पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी थी. बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत पार्टी के अन्य नेताओं की तरफ से शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया था. जिसके कारण इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर उतरने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया.
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दिल्ली सरकार वर्ष 2025 तक दिल्ली की सड़कों पर आठ हजार इलेक्ट्रिक बसें चलना चाहती है. बसों के निर्माण के लिए कंपनियों को ऑर्डर दिया जा चुका है. दिल्ली सरकार की ओर से दावा किया गया था कि हर माह दिल्ली की सड़कों पर नई इलेक्ट्रिक बसें उतारी जाएंगी. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से कार्बन उत्सर्जन के साथ ही ध्वनि और वायु प्रदूषण पर भी रोक लगेगी.
23 जनवरी, 2024 को इंडिया गेट से इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी देने की तैयारी की गई थी. लेकिन गणतंत्र दिवस की परेड के चलते सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे. कार्यक्रम के चलते सुरक्षा में चूक होने की भी संभावना थी. ऐसे में इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर उतारने का कार्यक्रम आगे बढ़ा दिया गया.
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 31 जनवरी को ट्वीट कर जानकारी दी थी कि 2 फरवरी को दिल्ली के सराय काले खां स्थित बांसेरा पार्क से 350 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी देकर सड़क पर उतारा जाएगा. लेकिन 2 फरवरी को इलेक्ट्रिक बसों को सड़क पर नहीं उतारा जा सका. अब इन बसों को कब उतारा जाएगा इसके लिए आगे की तारीख की घोषणा दिल्ली सरकार की ओर से नहीं की गई है. बता दें कि दिल्ली में अभी 1300 इलेक्ट्रिक बसें विभिन्न रूटों पर चल रही हैं.
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