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30 के युवक ने की 13 वर्ष की नाबालिग से शादी, बिहार ले जाने को आया अजमेर स्टेशन, आरपीएफ को देख हुआ फरार - 30 year old youth marry minor

एक 30 वर्षीय युवक ने 13 साल की बालिका से शादी की और उसे बिहार ले जाने के लिए अजमेर रेलवे स्टेशन पर आया. इस दौरान आरपीएफ के गश्ती दल को देख फरार हो गया. इस मामले में बाल कल्याण समिति ने केस दर्ज करने के लिए जीआरपी पुलिस को पत्र लिखा है.

Ajmer Railway Station
अजमेर रेलवे स्टेशन (ETV Bharat Ajmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 21, 2024, 6:00 PM IST

अजमेर. ट्रेन में दो महिलाओं के झगड़ने पर जब उन्हें ट्रेन से उतार आरपीएफ के अधिकारियों ने पड़ताल की, तो चौंकाने वाला मामला सामने आया. दरअसल ट्रेन में झगड़ रही महिलाओं के साथ 30 वर्षीय युवक और 13 वर्षीय लड़की भी थी. युवक आरपीएफ के जवानों को देख भाग छूटा. दरअसल युवक पालनपुर में नाबालिग लड़की से ब्याह कर बिहार जाने के लिए दोनों महिलाओं और नाबालिग लड़की के साथ अजमेर ट्रेन से आया था. आरपीएफ ने बालिका को चाइल्ड लाइन संस्था को सुपुर्द कर दिया है. बाद में जिला बाल कल्याण समिति के आदेश पर बालिका को लोहागल बालिका गृह में रखा गया है. समिति ने मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए जीआरपी पुलिस को पत्र लिखा है.

चाइल्ड हेल्पलाइन जिला समन्वयक वनिता पंवार और काउंसलर प्रेम नारायण शर्मा ने बताया कि आरपीएफ की सब इंस्पेक्टर चंचल शेखावत की ओर से सूचना मिली थी कि 13 वर्षीय बालिका ट्रेन में मिली है. आरपीएफ थाने पहुंचने पर मामले की जानकारी मिली कि 30 वर्षीय युवक, 13 वर्षीय बालिका से ब्याह रचाकर उसे बिहार ले जा रहा था. उसके साथ बालिका की मां और नानी भी थी. आरपीएफ ने लड़की से पूछताछ की, तो उसने बताया कि पालनपुर में 18 मई को उसकी शादी 30 वर्षीय युवक के साथ जबरन कर दी गई थी. पालनपुर से वह अपनी नानी और मां के अलावा युवक के साथ ट्रेन से अजमेर आई थी. यहां से उन्हें बिहार के लिए ट्रेन पकड़नी थी.

पढ़ें: यूपी से घर छोड़ जयपुर आई नाबालिग, पार्क में गुजारती दिन, बदमाशों ने की गलत डिमांड, निर्भया टीम ने पहुंचाया सुरक्षित जगह

इसलिए हुआ झगड़ा: चाइल्ड हेल्पलाइन संस्थान में काउंसलर प्रेम नारायण शर्मा ने बताया कि बिहार की ट्रेन में चढ़ने से पहले ही लड़की ने अपनी मां और नानी को उसे जयपुर अपने भाई के पास जाने के लिए कहा. दरअसल लड़की अपने भाई से मिलकर उसके साथ हुई पूरी घटना के बारे में बताना चाहती थी. यही वजह थी कि वह बिहार की ट्रेन में नहीं चढ़ाना चाहती थी. जबकि उसकी मां और नानी उसे जबरन ट्रेन में चढ़ाना चाहती थी.

पढ़ें: दो नाबालिग बच्चों की अपहरण की झूठी कहानी ने करवाई पुलिस की परेड, पहले भी कर चुके हैं ऐसी हरकत

आपस में झगड़ रही दोनों महिलाओं और बालिका को देखकर गश्त कर रही आरपीएफ की महिला कांस्टेबल रेणु कुमारी अपने साथी के साथ वहां पहुंची. वह झगड़ा कर रही महिलाओं और बालिका को आरपीएफ थाने ले आई. जबकि आरपीएफ के गश्ती दल को देखकर युवक फरार हो गया. प्रेम नारायण शर्मा ने बताया कि आरपीएफ की ओर से सुपुर्द बालिका को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. समिति के आदेश पर बालिका को लोहागल स्थित बालिका गृह में रखा गया है. साथ ही जयपुर में रह रहे बालिका के भाई को भी सूचित किया गया है.

पढ़ें: 6 महीने पहले अपहृत किशोरी प्रेमी संग मिली महाराष्ट्र में, माता-पिता के साथ जाने से किया इनकार

फरार युवक की आईडी भी निकली फर्जी: जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि बालिका की काउंसलिंग की गई है. पड़ताल में सामने आया है कि बालिका की नानी और मां ने धर्मेंद्र नाम के एक दलाल के कहने पर पालनपुर निवासी 30 वर्षीय सुरेश परिहार पुत्र घीसू लाल से 13 वर्षीय बालिका की शादी करवा दी. बाकायदा शादी के लिए बिहार के बक्सर जिले के रोहताश क्षेत्र से लड़की की मां और नानी उसे लेकर पालनपुर गई थी. पड़ताल में फरार सुरेश परिहार का आईडी भी मिला है, जो फर्जी लग रहा है. यह आईडी जयपुर के महाराजा विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी का है.

आईडी पर लिखे फोन नंबर पर बात की गई, तो यह नम्बर किसी डेंटल क्लीनिक का निकला. समिति के अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि आरपीएफ के माध्यम से जीआरपी को मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा गया है. मुकदमा दर्ज होने पर बालिका का मेडिकल भी करवाया जाएगा. उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. बातचीत में जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने कहा कि मामले में बालिका को बेचने का भी अंदेशा लग रहा है. जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज करने के बाद ही प्रकरण में सच्चाई सामने आ पाएगी. समिति का प्रयास है कि जीआरपी थाना पुलिस मामले में प्रकरण दर्ज करे. शर्मा ने बताया कि बिहार सीडब्ल्यूसी से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है.

अजमेर. ट्रेन में दो महिलाओं के झगड़ने पर जब उन्हें ट्रेन से उतार आरपीएफ के अधिकारियों ने पड़ताल की, तो चौंकाने वाला मामला सामने आया. दरअसल ट्रेन में झगड़ रही महिलाओं के साथ 30 वर्षीय युवक और 13 वर्षीय लड़की भी थी. युवक आरपीएफ के जवानों को देख भाग छूटा. दरअसल युवक पालनपुर में नाबालिग लड़की से ब्याह कर बिहार जाने के लिए दोनों महिलाओं और नाबालिग लड़की के साथ अजमेर ट्रेन से आया था. आरपीएफ ने बालिका को चाइल्ड लाइन संस्था को सुपुर्द कर दिया है. बाद में जिला बाल कल्याण समिति के आदेश पर बालिका को लोहागल बालिका गृह में रखा गया है. समिति ने मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए जीआरपी पुलिस को पत्र लिखा है.

चाइल्ड हेल्पलाइन जिला समन्वयक वनिता पंवार और काउंसलर प्रेम नारायण शर्मा ने बताया कि आरपीएफ की सब इंस्पेक्टर चंचल शेखावत की ओर से सूचना मिली थी कि 13 वर्षीय बालिका ट्रेन में मिली है. आरपीएफ थाने पहुंचने पर मामले की जानकारी मिली कि 30 वर्षीय युवक, 13 वर्षीय बालिका से ब्याह रचाकर उसे बिहार ले जा रहा था. उसके साथ बालिका की मां और नानी भी थी. आरपीएफ ने लड़की से पूछताछ की, तो उसने बताया कि पालनपुर में 18 मई को उसकी शादी 30 वर्षीय युवक के साथ जबरन कर दी गई थी. पालनपुर से वह अपनी नानी और मां के अलावा युवक के साथ ट्रेन से अजमेर आई थी. यहां से उन्हें बिहार के लिए ट्रेन पकड़नी थी.

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इसलिए हुआ झगड़ा: चाइल्ड हेल्पलाइन संस्थान में काउंसलर प्रेम नारायण शर्मा ने बताया कि बिहार की ट्रेन में चढ़ने से पहले ही लड़की ने अपनी मां और नानी को उसे जयपुर अपने भाई के पास जाने के लिए कहा. दरअसल लड़की अपने भाई से मिलकर उसके साथ हुई पूरी घटना के बारे में बताना चाहती थी. यही वजह थी कि वह बिहार की ट्रेन में नहीं चढ़ाना चाहती थी. जबकि उसकी मां और नानी उसे जबरन ट्रेन में चढ़ाना चाहती थी.

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आपस में झगड़ रही दोनों महिलाओं और बालिका को देखकर गश्त कर रही आरपीएफ की महिला कांस्टेबल रेणु कुमारी अपने साथी के साथ वहां पहुंची. वह झगड़ा कर रही महिलाओं और बालिका को आरपीएफ थाने ले आई. जबकि आरपीएफ के गश्ती दल को देखकर युवक फरार हो गया. प्रेम नारायण शर्मा ने बताया कि आरपीएफ की ओर से सुपुर्द बालिका को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. समिति के आदेश पर बालिका को लोहागल स्थित बालिका गृह में रखा गया है. साथ ही जयपुर में रह रहे बालिका के भाई को भी सूचित किया गया है.

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फरार युवक की आईडी भी निकली फर्जी: जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि बालिका की काउंसलिंग की गई है. पड़ताल में सामने आया है कि बालिका की नानी और मां ने धर्मेंद्र नाम के एक दलाल के कहने पर पालनपुर निवासी 30 वर्षीय सुरेश परिहार पुत्र घीसू लाल से 13 वर्षीय बालिका की शादी करवा दी. बाकायदा शादी के लिए बिहार के बक्सर जिले के रोहताश क्षेत्र से लड़की की मां और नानी उसे लेकर पालनपुर गई थी. पड़ताल में फरार सुरेश परिहार का आईडी भी मिला है, जो फर्जी लग रहा है. यह आईडी जयपुर के महाराजा विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी का है.

आईडी पर लिखे फोन नंबर पर बात की गई, तो यह नम्बर किसी डेंटल क्लीनिक का निकला. समिति के अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि आरपीएफ के माध्यम से जीआरपी को मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा गया है. मुकदमा दर्ज होने पर बालिका का मेडिकल भी करवाया जाएगा. उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. बातचीत में जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने कहा कि मामले में बालिका को बेचने का भी अंदेशा लग रहा है. जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज करने के बाद ही प्रकरण में सच्चाई सामने आ पाएगी. समिति का प्रयास है कि जीआरपी थाना पुलिस मामले में प्रकरण दर्ज करे. शर्मा ने बताया कि बिहार सीडब्ल्यूसी से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है.

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