ETV Bharat / state

11 हजार दीपों से जगमग हुई हरिद्वार हरकी पैड़ी, धूमधाम से मनाई गई देव दीपावली - DEV DEEPAWALI AT HARIDWAR

देव दीपावली को लेकर मान्यता है कि इस दिन देवता दीपावली मनाते हैं.

Etv Bharat
देव दीपावली पर हरिद्वार हरकी पैड़ी का नजारा. (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 14, 2024, 9:26 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में गुरुवार 14 नवंबर को देव दीपावली मनाई गई. इस दौरान हरकी पैड़ी समेत हरिद्वार के तमाम गंगा घाटों पर दीपदान किया गया. हरकी पैड़ी पर गंगा सभा ने 11 हजार दीप प्रज्वलित किए. गंगा सभा के अलावा अन्य श्रद्धालुओं ने भी दीप प्रज्वलित किए. हरकी पैड़ी पर दीयों के प्रकाश देख ऐसा लगा रहा था जैसा बैकुंठ धाम यहीं पर उतर आया हो.

श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ और गंगा सभा के विभिन्न पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन के साथ आतिशबाजी भी की. नितिन गौतम ने बताया कि आज वैकुंठ चर्तुदशी के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस के तीनों पुत्रों को वध किया था. तीनों के वध के बाद राक्षसों के भय से नदी और सरोवरों के छिपे सभी देवी और देवता मुक्त गए थे. तभी देवी देवतायों ने भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए नदियों और सरोवरों के किनारे दीपदान किया था और देव दीपावली मनाई थी.

श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि पिछले कई सालों से देव दीपावली का कार्यक्रम मनाया जा रहा है. देव दीपावली के पर्व में देश-दुनिया से हरिद्वार हरकी पैड़ी पर आए श्रद्धालु शामिल हुए है. बड़े मनोभाव से हरकी पैड़ी क्षेत्र में दीपक की श्रृंखला बनाई गई. श्री गंगा सभा ने गंगा तट के आसपास रहने वाले सनातनियों से अपील की है कि वो कम से कम पांच दिन गंगा तट पर और अपने घरों में दीप प्रज्वलन करें.

पढ़ें---

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में गुरुवार 14 नवंबर को देव दीपावली मनाई गई. इस दौरान हरकी पैड़ी समेत हरिद्वार के तमाम गंगा घाटों पर दीपदान किया गया. हरकी पैड़ी पर गंगा सभा ने 11 हजार दीप प्रज्वलित किए. गंगा सभा के अलावा अन्य श्रद्धालुओं ने भी दीप प्रज्वलित किए. हरकी पैड़ी पर दीयों के प्रकाश देख ऐसा लगा रहा था जैसा बैकुंठ धाम यहीं पर उतर आया हो.

श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ और गंगा सभा के विभिन्न पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन के साथ आतिशबाजी भी की. नितिन गौतम ने बताया कि आज वैकुंठ चर्तुदशी के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस के तीनों पुत्रों को वध किया था. तीनों के वध के बाद राक्षसों के भय से नदी और सरोवरों के छिपे सभी देवी और देवता मुक्त गए थे. तभी देवी देवतायों ने भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए नदियों और सरोवरों के किनारे दीपदान किया था और देव दीपावली मनाई थी.

श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि पिछले कई सालों से देव दीपावली का कार्यक्रम मनाया जा रहा है. देव दीपावली के पर्व में देश-दुनिया से हरिद्वार हरकी पैड़ी पर आए श्रद्धालु शामिल हुए है. बड़े मनोभाव से हरकी पैड़ी क्षेत्र में दीपक की श्रृंखला बनाई गई. श्री गंगा सभा ने गंगा तट के आसपास रहने वाले सनातनियों से अपील की है कि वो कम से कम पांच दिन गंगा तट पर और अपने घरों में दीप प्रज्वलन करें.

पढ़ें---

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.