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विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पक्ष में फैसला आने के बाद भारत को F46 भाला फेंक में रजत और कांस्य - World Para Athletics - WORLD PARA ATHLETICS

दूसरे स्थान पर रहे श्रीलंका के दिनेश प्रियंता हेराथ के खिलाफ विरोध जीतने के बाद, भारत के रिंकू हुडा और अजीत सिंह को जापान के कोबे में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की भाला फेंक F46 स्पर्धा में क्रमशः रजत और कांस्य पदक से सम्मानित किया गया. पढे़ं पूरी खबर.

Ajeet Singh
अजीत सिंह (ANI Photo)
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By PTI

Published : May 25, 2024, 5:45 PM IST

कोबे (जापान) : भारत को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पुरूषों की एफ46 भालाफेंक स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहे श्रीलंका के दिनेश प्रियंथा हेराथ के खिलाफ शिकायत सही साबित होने पर रजत और कांस्य पदक दिया गया है.

पुरूषों के एफ46 भाला फेंक में भारत के रिंकू हुड्डा और अजीत सिंह तीसरे और चौथे स्थान पर रहे थे लेकिन भारत ने विरोध दर्ज किया था कि हेराथ इस वर्ग में भागदारी के योग्य नहीं हैं.

पैरा खेलों में समान शारीरिक अक्षमता वाले खिलाड़ियों को एक समूह में रखा जाता है ताकि प्रतिस्पर्धा बराबरी की हो. एफ46 वर्ग भुजा में कमी, कमजोर मांसपेशियों वाले या बाहों में गति की निष्क्रिय सीमा वाले एथलीटों के लिए है, जिसमें एथलीट खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं.

भारतीय पैरालम्पिक समिति के एक अधिकारी ने कहा, 'हेराथ एफ46 श्रेणी का था ही नहीं'. भारत के पक्ष में फैसला आने के बाद हेराथ को अयोग्य करार दिया गया. रिंकू को रजत और अजीत को कांस्य पदक दिया गया.

मुख्य कोच सत्यनारायण ने कहा, 'हमने श्रीलंकाई खिलाड़ी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया था जो टोक्यो पैरालम्पिक में भी स्वर्ण जीत चुका है. वह इस वर्ग में भाग्य लेने की योग्यता नहीं रखता. अब रिंकू को रजत और अजीत को कांस्य पदक दिया गया है'.

भारत अब 5 स्वर्ण, 5 रजत और 4 कांस्य के साथ छठे स्थान पर है. यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले पेरिस में 2023 में भारत ने 3 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य पदक जीते थे.

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पुरूषों के एफ46 भाला फेंक में भारत के रिंकू हुड्डा और अजीत सिंह तीसरे और चौथे स्थान पर रहे थे लेकिन भारत ने विरोध दर्ज किया था कि हेराथ इस वर्ग में भागदारी के योग्य नहीं हैं.

पैरा खेलों में समान शारीरिक अक्षमता वाले खिलाड़ियों को एक समूह में रखा जाता है ताकि प्रतिस्पर्धा बराबरी की हो. एफ46 वर्ग भुजा में कमी, कमजोर मांसपेशियों वाले या बाहों में गति की निष्क्रिय सीमा वाले एथलीटों के लिए है, जिसमें एथलीट खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं.

भारतीय पैरालम्पिक समिति के एक अधिकारी ने कहा, 'हेराथ एफ46 श्रेणी का था ही नहीं'. भारत के पक्ष में फैसला आने के बाद हेराथ को अयोग्य करार दिया गया. रिंकू को रजत और अजीत को कांस्य पदक दिया गया.

मुख्य कोच सत्यनारायण ने कहा, 'हमने श्रीलंकाई खिलाड़ी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया था जो टोक्यो पैरालम्पिक में भी स्वर्ण जीत चुका है. वह इस वर्ग में भाग्य लेने की योग्यता नहीं रखता. अब रिंकू को रजत और अजीत को कांस्य पदक दिया गया है'.

भारत अब 5 स्वर्ण, 5 रजत और 4 कांस्य के साथ छठे स्थान पर है. यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले पेरिस में 2023 में भारत ने 3 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य पदक जीते थे.

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